Aapka Rajasthan

दौसा: 51वीं राज्य स्तरीय जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य आगाज़, झुंझुनूं ने उद्घाटन मैच जीता

 
दौसा: 51वीं राज्य स्तरीय जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य आगाज़, झुंझुनूं ने उद्घाटन मैच जीता

दौसा के राजेश पायलट स्टेडियम में रविवार को 51वीं राज्य स्तरीय जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को मंच देने वाली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में बालक वर्ग की 33 और बालिका वर्ग की 27 टीमें हिस्सा ले रही हैं। उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों और दर्शकों में काफी उत्साह देखने को मिला।

प्रतियोगिता का आयोजन शानदार अंदाज़ में किया गया, जिसमें परंपरागत स्वागत और खिलाड़ियों के मार्च पास्ट ने सभी को प्रभावित किया। मुख्य अतिथियों ने कबड्डी को देश की मूल खेल परंपरा बताते हुए युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल प्रतिभा को आगे लाते हैं बल्कि युवाओं में अनुशासन और टीम भावना भी विकसित करते हैं।

उद्घाटन मैच: झुंझुनूं की धमाकेदार जीत

पहला मुकाबला झुंझुनूं और कोटा के बीच खेला गया। रोमांच से भरे इस मैच में झुंझुनूं की टीम ने शुरुआत से ही मजबूत पकड़ बनाए रखी और कोटा को हर मोड़ पर मात दी। शानदार रेड और तगड़े टैकल्स की बदौलत झुंझुनूं ने 13 अंकों के अंतर से जीत अपने नाम की।

दर्शकों ने मैच के दौरान खिलाड़ियों का भरपूर उत्साहवर्धन किया। झुंझुनूं के खिलाड़ियों ने अपनी फिटनेस, गति और रणनीति का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए यह साबित किया कि वे खिताब की प्रबल दावेदार हैं।

बालिका वर्ग में भी दिखा उत्साह

बालिका वर्ग के मुकाबले भी रविवार को आयोजित किए गए। युवा लड़कियों में ऊर्जा और खेल के प्रति समर्पण देखते ही बनता था। कबड्डी की दुनिया में कदम जमाने वाली इन प्रतिभाओं ने दर्शाया कि राजस्थान की बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं।

प्रतियोगिता में पूरे सप्ताह रोमांच जारी रहेगा

कबड्डी प्रतियोगिता अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी, जिसमें नॉकआउट राउंड, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। आयोजक समिति ने खिलाड़ियों की सुविधा के लिए उचित व्यवस्थाएँ की हैं, वहीं स्थानीय खेल प्रेमी हर मैच का लुत्फ उठा रहे हैं।

खेल का बढ़ता प्रभाव

कबड्डी को अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान और प्रतिष्ठा मिली है। प्रो कबड्डी लीग जैसे मंचों ने इस देसी खेल को नए आयाम दिए हैं। ऐसे में राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएँ खिलाड़ियों को बड़े प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।