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Dausa रूद्र महायज्ञ के समापन पर भंडारे में श्रद्धालुओं को मिली पंगत प्रसादी

 
Dausa रूद्र महायज्ञ के समापन पर  भंडारे में श्रद्धालुओं को मिली पंगत प्रसादी
दौसा न्यूज़ डेस्क, दौसा चंद्रा खुरी खुर्द-बापी के बीच बाणगंगा स्थित बालाजी मंदिर में मंगलवार को 51 कुंडीय रुद्र महायज्ञ का समापन हुआ। महायज्ञ और भागवत कथा के समापन पर पूर्णाहुति की गई। इस दौरान हजारों लोगों ने भंडारे में प्रसादी ग्रहण की। महंत देवेंद्र दास महाराज की उपस्थिति में प्रधान कुंड व अन्य कुंडों पर विराजमान यजमानों को पूर्णाहुति दी गई। यज्ञाचार्य विष्णु भारद्वाज ने महायज्ञ के अंत में कहा कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है, नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। भागवत कथाचार्य पंडित कमलेश शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से हृदय पवित्र और पवित्र हो जाता है और पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस दौरान यज्ञ स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। पूर्णाहुति के बाद महाआरती हुई। साधु-महात्माओं को भोजन कराकर विदा किया।

भंडारे में खुरीखुर्द, खुरीकलां, बापी, मालगवास, जसोंता, रोहड़ा, हरिपुरा, सीतापुरा, चवंडेड़ा, चरणवास, संथाल सहित आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं ने पंगत प्रसादी ग्रहण की। मुख्य यजमान रामकिशन गुर्जर खुरीकलां, सरपंच बृजमोहन गुर्जर, बीरबल पटेल, रामनिवास पटेल, आयोजन समिति अध्यक्ष रायसिंह, भागवत कथा यजमान प्रह्लाद सिंह, राजेंद्र सिंह, रामजीलाल गुर्जर, बद्रीनारायण, मुकेश बापी, शिवचरण रावत, संजय तिवारी, दयाराम गुर्जर, राजेश कुमार, महायज्ञ में नरपतसिंह, हरिसिंह, रामगोपाल शर्मा, कन्हैयालाल सहित 51 कुण्डों पर विराज