Rajasthan Breaking News: दौसा अस्पताल के लेबररूम में अवैध वसूली का मामला, चिकित्सा विभाग के आदेश पर तीन कर्मचारियों हटाया
दौसा न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर दौसा जिले से सामने आ रहीं है। जहां पर आज दौसा जिले के रामकरण जोशी अस्पताल के कर्मचारियों पर चौथ वसूली के मामले प्रशासन ने तीन कर्मचारियों को तत्काल रूप से हटा दिया है। दौसा जिले के रामकरण जोशी अस्पताल के मातृ एवं शिशु कल्याण केंद्र में प्रसूता महिलाओं के साथ अभद्रता करने और पैसे मांगने का आरोप सामने आए थे। जिसके बाद चिकित्सा विभाग को इसकी खबर मिली और विभाग ने इसमें शामिल तीन कर्मचारियों को हटा दिया है।
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आपको बता दें कि हाल ही में प्रसव के लिए बीते दिन रामकरण जोशी सरकारी अस्पताल में एक महिला भर्ती हुई। उससे प्रसव से पूर्व 1100 की मांग की गई। जब उन्होंने पैसे देने से मना किया तो उनके परिवार को डराया धमकाया गया। उनसे कहा गया कि अभी सब कुछ हमारे हाथ में हैं, तुम्हारे साथ कुछ भी हो सकता है। ये सारी बातें सुन परिजन डर गए और पैसा निकालकर दे दिए। उसके करीब 1 घंटे बाद महिला को लेबर रूम से वार्ड में शिफ्ट किया गया। इसके अलावा डागोलाओ गांव निवासी राजी देवी से प्रसव के लिए लेबर रूम में दाखिल करने से पहले 500 रुपये की मांग की गई। लेकिन जब एक महिला ने पैसे देने में असमर्थता दिखाई तो उसके जांघ पर कैंची से वार कर डाला। इस घटना की मीडिया में खबर फैलने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया है।
प्रशासन ने प्रसूताओं के साथ अभद्र व्यवहार करने और पैसे मांगने के आरोप में रामकरण जोशी अस्पताल के लेबर रूम में कार्यरत चेतराम बैरवा, कांता वर्मा और हेल्पर शकुंतला मीण को हटाने के आदेश जारी कर दिए है। हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं था, इससे पूर्व भी अस्पताल में पैसे मांगने जैसी शिकायतें मिल चुकी हैं। पूर्व तत्कालीन जयपुर संभागीय आयुक्त डॉ सुमित शर्मा ने रामकरण जोशी अस्पताल का दौरा किया था। उस दरमियान प्रसव के लिए आई महिलाओं के परिजनों से पैसे मांगने की कई शिकायतें मिली थी। उस समय भी 6 लोगों को एपीओ किया गया था।