Dausa मंगेतर और ससुर बनकर युवती से 3.58 लाख की ऑनलाइन ठगी के 4 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े

इस पर एक विशेष टीम गठित की गई। मुख्य आरोपी ने ठगी की रकम चार लोगों के खातों में जमा कराई थी। टीम ने खाताधारक आकाश नट निवासी बिनवा बस्ती, सवाई माधापुर, मनीष सैनी निवासी बनवाड़ा व जावदेसर निवासी जावदेसर तथा गाविंद सैनी निवासी मालीपुरा, टैंक जिला, मध्य प्रदेश को गिरफ्तार किया. आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस मामले में मुख्य आरोपी दिलखुश सैनी निवासी कुश्तला सवाई माधापुर की तलाश की जा रही है. दिलखुश सैनी ने इन आरोपियों को 5-10 हजार रुपये का झांसा देकर अपने खाते में राशि जमा करा दी।
आरोपी सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखते हैं। ओपन सार्स से उनके बारे में पूरी जानकारी जानकर वे अपने रिश्तेदार या दोस्त बनकर ऑनलाइन ठगी करते हैं। मुख्य आरोपी दिलखुश सैनी और मनीष सवाई माधापुर में साज-सज्जा का काम करते थे। मनीष कुमार विनाद को जानते हैं। बाद में सवाई माधापुर में आकाश से सूचना मिली। गविंद कुमार का जयपुर में ई-मित्र है। दिलखुश ने उनके खातों में राशि जमा करा दी थी। श्रीमा निवासी सुरेश कुमार मीणा की नौ मार्च को किमत निवासी देवली से सगाई हुई थी। 11 मार्च को उसके पास फोन आया। कॉल करने वालों ने उसकी पत्नी व ससुर बाबूलाल बनकर इमरजेंसी बताया और चार फोन नंबरों पर 3 लाख 58 हजार रुपये का ट्रांजैक्शन करा लिया. उसने 3 मई को शादी की थी। पत्नी और ससुर से पूछने पर पता चला कि किसी ने पत्नी और ससुर बनकर उससे 3 लाख 58 हजार रुपये ऑनलाइन ठग लिए थे।