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देश के लिए जान देने वाले चूरू के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों से किए अंतिम दर्शन

 
देश के लिए जान देने वाले चूरू के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों से किए अंतिम दर्शन

जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए राजस्थान के जवान भंवरलाल का पार्थिव शरीर मंगलवार देर रात चूरू पहुंचा। बुधवार सुबह 8 बजे पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद शवयात्रा उनके पैतृक गांव के लिए रवाना हुई। लोगों ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी। बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। उनके पार्थिव शरीर का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

9 जून को दिल्ली पहुंचा पार्थिव शरीर

शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार (9 जून) शाम को श्रीनगर से दिल्ली लाया गया। मंगलवार दोपहर सड़क मार्ग से सरदारशहर भेजा गया। रास्ते में राजगढ़, तारानगर, भालेरी और राजस्थान सीमा पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर श्रद्धांजलि दी। मंगलवार (10 जून) रात करीब 10 बजे पार्थिव शरीर को सरदारशहर के तिरंगा स्टेडियम में सैन्य सम्मान के साथ रखा गया।

अंतिम दर्शन के लिए तिरंगा स्टेडियम पहुंचे लोग

बुधवार सुबह करीब 8 बजे तिरंगा स्टेडियम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। तिरंगा यात्रा ग्रामीणों व सेना के जवानों के साथ पैतृक गांव लूणासर के लिए रवाना हुई। अंतिम दर्शन के बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

सरपंच भंवरलाल पंडेर ने बताया कि परिवार को सिर्फ इतना बताया गया है कि जवान ऑपरेशन में घायल हुआ है, उसका उपचार चल रहा है। पत्नी तारामणि (30), पिता उमाराम (70) व 5 वर्षीय बेटी रितिका समेत पूरा परिवार गहरे सदमे में है, उन्हें शहादत की वास्तविक जानकारी नहीं दी गई।

2015 में सेना में हुए थे भर्ती
सरपंच भंवरलाल पंडेर व ग्रामीण लिखमाराम पंडेर ने बताया कि भंवरलाल सारण 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। गुलमर्ग सेक्टर में तैनात भंवरलाल हमेशा अपने गांव व परिवार से जुड़े रहे।