Aapka Rajasthan

Churu स्कूलों के विकास में योगदान के लिए शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा

 
Churu स्कूलों के विकास में योगदान के लिए शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा
चूरू न्यूज़ डेस्क, चूरू थळी-शेखावाटी में सामाजिक सरोकार की संस्कृति का निर्वहन वर्तमान को करते देख न केवल जनपद को सुखानुभूति होती है बल्कि इससे आने वाली पीढ़ी को भी प्ररेणा मिल रही है। अंचल के शिक्षा के मंदिरों में एक ओर समाजसेवियों का बड़ा योगदान रहा है तो दूसरी ओर शिक्षकों ने अपनी स्कूलों के विकास में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। जिसके क्रम में यहां चूरू जिले में अहर्निशं सेवामहे से आत्मसात करते हुए स्कूलों के विकास में सक्रिय भागीदरी निभानेवाले तीन शिक्षकों का राज्य स्तर चयन हुआ है जिन्हें शिक्षक दिवस पर पुरस्कार के साथ सम्मान मिलेगा। जिस पर न केवल शिक्षा जगत बल्कि जिलेवासियों को गर्व हैं।

शिक्षकों का सरकार करती है प्रोत्साहित

शिक्षा मंदिरों में अध्ययन-अध्यापन के साथ सामाजिक सरोकार के निमित स्कूल के विकास, पर्यावरण, सामाजिक जनजागरण सहित सेवा के क्षेत्र में विभिन्न कार्य करनेवाले शिक्षाविदों को सरकार शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रोत्साहित करती हैं। कर्मशील साधना और निष्काम भाव से अपने स्कूल में किए गए कार्य आनेवाले हर कल के लिए विकास के इतिहास के पन्नों पर अंकित करने वाले जिले के तीन चययनित शिक्षकों को राज्य स्तर पर सम्मान मिल रहा है। उनमें जिले की रतनगढ़ तहसील के दाउदसर के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक सुरेन्द्र कुमार, राजगढ़ तहसील के गांव भैंसली के शहीद राजकुमार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पुरुषोत्तम लाल तथा तारानगर तहसील के छोटे से गांव ढाणी पूनियां के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक धनराज को राज्य स्तर पर पुरस्कार मिलेगा। इन शिक्षकों ने स्कूल में शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम सहित विद्यालय के भौतिक विकास, सृजनात्मक एवं रचनात्मक गतिविधियों सहित सामाजिक सरोकार में अपनी श्रमशील साधना से अपने शिक्षा मंदिरों को एक मुकाम दिया है। इसी काम के परिणाम स्वरूप इन्हें शिक्षक का सम्मान ही नहीं बल्कि इन्हें राजस्थान के श्रेष्ठतम शिक्षक होने का गौरव प्राप्त हो रहा हैं।