Churu राष्ट्रीय स्तर पर करवाए जा रहे परख सर्वेक्षण में स्कूलों के छात्रों का होगा मूल्यांकन
छात्रों के शैक्षिक स्तर की होगी परख
शिक्षा विभाग के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियों के मध्य नजर करवाए जाने वाले मूल्यांकन के माध्यम से स्कूली छात्रों की शैक्षिक अभिरूची, नवाचार में प्रोत्साहन देने के लिए छात्रों की सोच और समझ की परख होगी। स्कूली छात्रों के शैक्षिक स्तर और वे क्या चाहते हैं सहित विषयगत इस परख के जरिए मूल्यांकन होगा।
बीएसटीसी, बीएड प्रशिक्षुओं को करेंगे तैयार
मुय जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस राष्ट्रीय परख मूल्यांकन के लिए बीएसटीसी और बीएड कर रहे प्रशिक्षुओं को तैयार किया जा रहा हैं। जिनके लिए यहां डाइट में 19 व 20 नवबर को दो दिवसीय कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षु अध्यापक 4 दिसबर को होनेवाले सर्वेक्षण में कक्षा 3, 6 और 9 के छात्र-छात्राओं का ओएमआर सीट के माध्यम से मूल्यांकन करेंगे।
विषयगत मूल्यांकन
इस राष्ट्रीय सर्वेक्षण में तीसरी कक्षा के स्कूली छात्रों का हिन्दी, गणित और पर्यावरण अध्ययन विषय में मूल्यांकन होगा, क्योंकि ये छोटे बच्चे हैं इसलिए इन्हें केवल ओएमआर सीट पर चिन्ह लगाने होंगे। जबकि कक्षा तीन के बच्चों की ओर से ओएमआर सीट पर चिन्हित किए स्थानों पर एफआई यानि गोले को काला करने आदि का काम बीएसटीसी, बीएड प्रशिक्षु शिक्षकों की ओर से किया जाएगा। इन शिक्षकों को सरकार की ओर से तीन हजार रुपए का मेहनताना भी दिया जाएगा। इसके अलावा कक्षा 6 के विद्यार्थियों के लिए हिन्दी, गणित, सामाजिक ज्ञान तथा 9वीं के विद्यार्थियों के लिए हिन्दी, गणित, सामाजिक ज्ञान, विज्ञान आदि के विषयगत ज्ञान का मूल्यांकन के लिए ओएमआरसीट का उपयोग होगा। स्कूली छात्र-छात्राओं का आधारभूत स्तरीय दक्षताओं के आधार पर मूल्यांकन होगा जिसके लिए उनके पास 90 मिनट का समय होगा। कक्षा 9 के विद्यार्थियों के मूल्यांकन का समय 120 मिनट होगा।
जिले की 95 स्कूलों में होगा मूल्यांकन
मुय जिला शिक्षा अधिकारी गोविन्द सिंह राठौड़ ने बताया कि चूरू जिले में मीडियम और ग्रेड वार 95 सैपल स्कूलों में परख सर्वेक्षण अन्तर्गत मूल्यांकन होगा। इनमें बीदासर, चूरू, राजगढ़, रतनगढ़ और तारानगर के 23-23 स्कूलों में तथा सिद्धमुख के 8 स्कूलों में ग्रेड अनुसार विषयगत परख मूल्यांकन होगा। जिसके क्रम में ग्रेट 3 में 30 स्कूल, ग्रेट 6 में 29 स्कूल तथा ग्रेड 9 के शिक्षार्थियों का 36 स्कूलों में मूल्यांकन होगा।
ताकत की होगी पहचान
राष्ट्रव्यापी सर्वे शिक्षा को एक स्वरूप प्रदान करेंगा। इस मूल्यांकन से केवल विद्यार्थियों ही नहीं बल्कि शैक्षिक दिशा की ताकत की पहचान होगी। इसमें रहनेवाली कमियों का हमें पता चलेगा इसलिए यह व्यापक सर्वेक्षण आनेवाले समय के लिए शैक्षिक विकास के किए जानेवाले नवाचारों की ओर शिक्षा जगत को प्रेरित करेंगा।
जिले में 101 प्रशिक्षणार्थी
भारत के इस महत्वाकांक्षी सर्वेक्षण के मूल्यांकन आयोजन में राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर के शिक्षा सहयोगियों का सहयोग रहेगा। चूरू जिले में इस मूल्यांकन के लिए 101 प्रशिक्षु प्रशिक्षाणर्थियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो जिले की स्कूलों में शिक्षार्थियों की परख करेंगे लेकिन उनके साथ स्कूल के शिक्षक भी जुटेंगे।
