Churu किसानों को अब सेटेलाइट के स्थान पर क्रॉप कटिंग के आधार पर मिलेगा बीमा क्लेम
सरकार ने रिपोर्ट की सार्वजनिक
अखिल भारतीय किसान सभा के इस आंदोलन पर राज्य सरकार ने क्रॉप कटिंग रिपोर्ट सार्वजनिक की। सभा के प्रतिनिधियों ने बताया कि उस समय बीमा कंपनी ने सेटेलाइट के आधार पर किसानों की मात्र खरीफ 2021 का 251 करोड़ रुपए क्लेम जारी किया। जबकि क्रॉप कटिंग के आधार पर 18 पटवार मण्डलों को 752 करोड़ रुपए फसल बीमा क्लेम के बने थे।
डाला अनिश्चितकालीन पड़ाव
किसान सभा ने शेष क्लेम को लेकर किसानों में सरकार व कम्पनी के खिलाफ रोष व्याप्त हुआ और अखिल भारतीय किसान सभा ने पिछले साल पैदल मार्च कर जिला कलक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला दिया जो लगातार 4 माह चला।
क्रोप कटिंग आधार पर क्लेम देने पर बनी सहमति
गत वर्ष लंबे चले आंदोलन के दौरान तत्कालीन जिला कलक्टर की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री के साथ वार्ता के बाद राज्य सरकार ने क्रोप कटिंग से फसल बीमा क्लेम देने पर सहमति हुई और आंदोलन को स्थगित किया गया।
फसल कटाई प्रयोग से क्लेम देने का निर्णय
इसी क्रम में राज्य सरकार ने 29 फरवरी 2024 को राज्य स्तरीय तकनीकी सलाहकार समिति ने 281 फसल कटाई प्रयोगों पर बीमा कम्पनी के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर होने के कारण फसल कटाई प्रयोग से क्लेम देने का निर्णय किया। शेष 356 फसल कटाई प्रयोगों पर बीमा कंपनी के हस्ताक्षर नहीं होने से भारत सरकार के स्तर पर गठित तकनीकी सलाहकार समिति को निर्देश के लिए भारत सरकार से मार्गदर्शन मांगा है।
निरस्त की गई पॉलिसी को लेकर देंगे धरना
अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महासचिव छगनलाल चौधरी, जिला अध्यक्ष इन्द्राजसिंह, राज्य कमेटी सदस्य निर्मल कुमार प्रजापत, जिला मंत्री उमरावसिंह, जिला कोषाध्यक्ष दीपाराम प्रजापत, तहसील अध्यक्ष बेगाराम, बिरजूराम खीचड़ व सोनू डोकवा ने बताया कि गत आंदोलन में किसानों की जीत हुई लेकिन अब भी किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। राज्य कमेटी सदस्य प्रजापत ने बताया कि खरीफ बीमा फसल 2023 बीमा कम्पनी ने करीब 27 हजार किसानों की फसल बीमा पॉलिसी निरस्त कर दी है। बीमा पॉलिसी जारी करने के लिए किसान सभा 13 सितम्बर को कलक्ट्रेट के समक्ष धरना देकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि किसान सभा बकाया कृषि बिजली कनेक्शन दने, मूंग फसल तुलाई केन्द्र खोलने तथा गांवों व शहरी क्षेत्र में भूमि विस्तार आदि मांगों को लेकर किसान सभा आन्दोलन करेंगी। जिसके क्रम में धरने के माध्यम से प्रदर्शन किया जाएगा।