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Churu धनतेरस आज, मंगलवारी तेरस धन बरसाकर करेगी बाजार का महामंगल

 
Churu धनतेरस आज, मंगलवारी तेरस धन बरसाकर करेगी बाजार का महामंगल
चूरू न्यूज़ डेस्क, चूरू दिवाली के महापर्व की शुरुआत मंगलवार को धनतेरस से होगी। पहले दिन बाजार में कुबेर धन बरसाएंगे। शुभ योगों के साथ आई धनतेरस को लेकर व्यापारियों की उमीदें भी उफान पर है। पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि धनतेरस पर संयोगवश मंगलवार होने से भौम प्रदोष रहेगा। त्रिपुष्कर,ऐंद्र, वैधृति योग और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का महासंयोग भी बाजार में महा अवसर पैदा कर रहा है। मंगल के स्वामित्व वाली वृश्चिक में बुध व शुक्र की युति लक्ष्मीनारायण राजयोग बनाएगी। जिसमें की गई खरीदारी स्थाई व उपयोगी मानी जाती है। बूम को देखते हुए बाजार में इस बार 150 करोड़ से ज्यादा का धन बरसने की उमीद है।

व्यापार में 30 फीसदी बढ़ोतरी की आस

विशेष संयोगो वाली धनतेरस पर बाजार में इस बार 30 फीसदी की ग्रोथ की उमीद है। पिछले साल के मुकाबले इस बार सराफा का कारोबार 30 फीसदी, बर्तनों का 10 से 20 फीसदी, कपड़ो और वाहन बाजार में 15 से 20 फीसदी की वृद्धि की उमीद है। इसे लेकर व्यापारियों ने तैयारी कर ली है।

50 फीसदी तक की छूट के ऑफर

धनतेरस पर अच्छे कारोबार की उमीद में बाजार मेंशानदार ऑफर भी पेश किए गए हैं। सराफा, इलेक्ट्रोनिक व इलेक्ट्रिक से लेकर वाहन व कपड़ा बाजार तक में ये ऑफर कीमत में 10 से 50 फीसदी तक की छूट के हैं। वाहनों की ऑनलाइन बुकिंग पर भी अच्छे डिस्कांउट दिये जा रहे हैं।

ये खरीदने की परंपरा

परंपरानुसार धनतेरस पर सोना-चांदी, बर्तन, वाहन और इलेक्ट्रानिक्स सामग्री खरीदने की परंपरा है। धन-सौभाग्य के प्रतीक पर्व के रूप में इस दिन पीतल के बर्तन खरीदकर भगवान धन्वंतरि की पूजा के बाद दिवाली की सुबह से उसके उपयोग की परंपरा भी है। बर्तन स्टील, चांदी, तांबा व अन्य धातुओं के भी खरीदे जाते हैं।

धनतरेस के चौघडिया मुहूर्त

चर : सुबह 9.25 से 10.48 बजे

लाभ : सुबह 10.48 से दोपहर 12.11 बजे

अमृत : दोपहर 12.11 से 1.34 बजे

अभिजीत मूहूर्त दोपहर 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक

शुभ : दोपहर 2.57 से शाम 4.20 बजे

प्रदोष काल : शाम 5.40 से रात 8.16 बजे तक

वृष लग्न साय 6 बजकर 44 मिनट से 8 बजकर 41 मिनट तक

लाभ का चौघड़िया : शाम 7.20 से रात 8.57 बजे तक

भगवान धनवंतरी की होगी पूजा

धनतेरस के साथ मंगलवार को धनवंतरी जयंती भी मनाई जाएगी। आरोग्य के देवता धनवंतरी की इस दौरान आयुर्वेदिक अस्पतालों सहित विभिन्न जगहों पर पूजा अर्चना होगी। मंगलवारी धनतेरस की वजह से फतेहबालाजी सहित विभिन्न हनुमान मंदिरों में भी विशेष पूजा— अर्चना होगी।

कल छोटी दीपावली, परसों दिवाली

धनतेरस के बाद बुधवार को छोटी दिवाली और नरक चतुर्दशी का दीपदान होगा। गुरुवार को रूप चतुर्दशी के साथ रात को दिवाली का महापर्व मनेगा। दो नवंबर को गोवर्धन पूजा व अन्नकूट के बाद तीन नवंबर को भाई दूज मनाई जाएगी।