Churu ढाई करोड़ का नशा भर 250 किलोमीटर हाइवे पर दौड़ता रहा कंटेनर
चालक की एक दिन की दिहाड़ी 30 हजार
डीएसटी प्रभारी विरेन्द्र सिंह ने बताया कि गिरतार आरोपी सुरेश कुमार नायक के पास डोडा-पोस्त से भरे इस कंटेनर को जयपुर से हनुमानगढ़ पहुंचाने की जिमेदारी थी। तस्करों की ओर से गाड़ी पहुंचाने के एक चक्कर का उसका मेहनताना 30 हजार रुपए तय था। सुरेश ने पुलिस को बताया है कि कंटेनर के मालिक ने जयपुर में उसे यह गाड़ी सौंपी थी। उसे कहा गया था कि हनुमानगढ़ पहुंचने पर उसके पास फोन आ जाएगा कि गाड़ी को कहां पर खड़ा करना है। लेकिन उससे पहले ही सरदारशहर में पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने गाड़ी के दस्तावेज और चालक की फोन डिटेल के आधार पर गाड़ी सौंपने वाले तस्कर का नाम पता कर लिया है। अब उसकी तलाश की जा रही है।
गाड़ी के फास्टटैग ने खोली पोल
नशे से भरा यह कंटेनर जयपुर से राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलता हुआ ढाई सौ किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर सरदारशहर पहुंचा है। पुलिस ने उसके फास्टटैंग की डिटेल खंगाली तो सामने आया कि किशनगढ़, ठीकरिया, टाटीयावास, अखैपुरा, रसीदपुरा, टीडीयासर, मालासर, पल्लू टोल प्लाजा पर डोडा-पोस्त से भरे ट्रक का फास्टटैग से टोल कटा है।
पहली बार जयपुर से आया डोडा-पोस्त
चूरू पुलिस की ओर से नशे के तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस वर्ष अप्रेल माह तक चूरू जिले में पुलिस ने 24 किलो अफीम, भारी मात्रा में डोडा-पोस्त, गांजा, हीरोईन व नशीली टेबलेट जब्त कर 106 तस्करों को गिरतार किया है। मामले की जांच में सामने आया कि डोडा-पोस्त मध्यप्रदेश से नागौर से चूरू होते हुए हरियाणा और पंजाब ले जाया जाता है।
लेकिन पहली बार सामने आया है कि डोड-पोस्त से भरे कंटेनर की डिलीवरी राजधानी जयपुर में दी गई। वहां से इसे हनुमानगढ़ और आगे हरियाणा पंजाब ले जाया जाना था।
चक्की में पिसाई, दो गुना कमाई
डोडा-पोस्त की तस्करी दो गुना से अधिक की कमाई का धंधा है। इसमें मिलावट का भी खेल चलता है। यह मिलावट चक्की में पिसाई के दौरान की जाती है। ऐसे में तस्कर बड़ा मुनाफा कमाते हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डोडा-पोस्त की खपत ज्यादा हरियाणा और पंजाब में होती है। तस्कर वहां से इसे छिलके के रूप में लेकर आते हैं। हरियाणा और पंजाब में पहुंचने के बाद चक्की में इसकी पिसाई की जाती है। पिसाई के दौरान मुंगफली के छिलके की मिलावट कर दी जाती है। ऐसे में तस्कर तीन गुना से अधिक कमाई कर लेते हैं। कुरियर पर गिरत, बड़े गुर्गे पकड़ से दूर चूरू पुलिस की अब तक की कार्रवाई को देखा जाए तो सामने आता है कि अधिकतर मामलो में कुरियर ही पकड़ में आते हैं। इसी सप्ताह भानीपुरा थाना पुलिस ने निजी बस में सवार युवक से एक किलो अफीम बरामद की थी। गिरतार आरोपी ने पुलिस को बताया था कि उसे एक किलो अफीम पहुंचाने के पांच हजार रुपए मेहनताना मिलता है। दूसरी कार्रवाइयों में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। पुलिस तस्करों की आगे की कड़ियां नहीं जोड़ पाई है।