Churu नवीनीकरण के काम की धीमी रतार से यात्री परेशान
दूसरे स्टेशनों से चूरू पिछड़ा
रेलवे स्टेशन के पुनर्निमाण में इसीके साथ सुजानगढ़ और रतनगढ़ रेलवे स्टेशनों का काम शुरू हुआ था, लेकिन इसमें चूरू बहुत पिछड़ गया है। करीब 20 करोड़ की लागत से होनेवाले निर्माण का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से किए वर्चुवल लोकार्पण के बाद उमीद तो यह थी कि चूरू का रेलवे स्टेशन नए लुक में आने के साथ सबसे पहले स्थान पर आएगा लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते इसका निर्माण कार्य पूरा होते होते कई महीने लग जाएंगे।
यह होंगे निर्माण कार्य
अमृत भारत योजना के तहत नए लुक में बनने वाले चूरू रेलवे स्टेशन के होनेवाले नव निर्माण में भवन तो नया बन ही रहा है तो इस योजना के पहले चरण में सिविल इंजीनियरिंग से संदर्भित कार्य करवाए जा रहे हैं। पार्किंग व सर्कुलेटिंग क्षेत्र को विकसित करने के साथ ही फुट कोर्ट, शौचालय, दिव्यांग यात्रियों के लिए रैंप, प्लेटफार्म को जोड़ने वाले रैंप युक्त पुल आदि बनाए जा रहे हैं।
अभी हो रही असुविधा
रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चलने से अभी यात्रियों को असुविधाएं हो रही है। सबसे बड़ी दुविधा तो प्रवेश द्वार बंद होने से आने-जाने वाले यात्रियों को इधर-उधर से घूम-घामकर निकलना पड़ा रहा हैं। वरिष्ठजन और महिलाओं को ज्यादा असुविधा हो रही हैं। टॉलयट के लिए यात्रियों को इधर-उधर जाना पड़ रहा है तो गर्मी के मौसम यात्रियों को परेशानी हो रही हैं। स्टेशन अधीक्षक सुरेश माथुर का कहना था हालांकि निर्माण चल रहा है लेकिन श्रमिकों की समस्या के कारण काम धीमी गति से हो रहा है। कार्य को गति मिले इसके प्रयास किए जा रहे हैं।