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Churu बिना कोचिंग के पहले प्रयास में डॉ. परमा चौधरी बनीं आरजेएस

 
Churu बिना कोचिंग के पहले प्रयास में डॉ. परमा चौधरी बनीं आरजेएस

चूरू न्यूज़ डेस्क, चूरू राजस्थान हाईकोर्ट ने रविवार को राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (RJS) का रिजल्ट घोषित कर दिया है। जिसमें शहर की सैनिक बस्ती सेक्टर 1 वार्ड 11 निवासी बीडीएस डॉक्टर परमा चौधरी ने बिना कोचिंग किए पहले प्रयास में राजस्थान में तीसरी रैंक हासिल की है। घर की बहू जज बनने पर परिवार के लोगों ने माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर खुशी मनाई।

घर से ही शुरू की थी तैयारी

बात करते हुए परमा चैधरी ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि आज वह इस मंजिल पर पहुंचेगीं। मगर उसके पति, ससुर और ताउ ससुर की प्रेरणा आज काम आई है। उनकी प्रेरणा से ही शादी के 12 साल बाद परमा ने वर्ष 2020 में चूरू की गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एलएलबी की। वर्ष 2023 में एलएलबी पूरी हुई। इसके बाद बिना कहीं कोचिंग किये घर में ही तैयारी शुरू की।

परिवार ने किया प्रेरित ​​​​​​

दो बेटे और परिवार की जिम्मेदारी निभाने के बाद परमा तैयारी करने बैठतीं थीं। परमा ने बताया कि वर्ष 2010 में बीडीएस की थी। इसके बाद लगातार बीडीएस क्लिनिक चला रही थी। शादी के बाद ससुराल में भी बीडीएस डॉक्टर के रूप में क्लिनिक कर रोगियों को देख रही थी। वर्ष 2012 में चूरू के सुमित लांबा शादी से हुई। शादी के बाद से पति सुमित, ससुर व ताउ ससुर का पूरा सहयोग किया। उन्होंने ही एलएलबी पर राजेएस की तैयारी करने के लिए प्ररित किया था।

तीसरी रैंक की हासिल
परमा ने कहा कि 38 साल की उम्र में एक बार तो आरजेएस की तैयारी करना बड़ा अजीब लगा। मगर पति और परिजनों का पूरा सहयोग मिला। परमा ने बताया कि वर्ष 2023 में चूरू लॉ कॉलेज से प्रोफेसर एसके सैनी के सुपरविजन में एलएलबी की थी। उस समय एलएलबी टॉपर रही थीं। परमा ने राजेएस परीक्षा में राजस्थान में तीसरी रैंक और 187 अंक हासिल किए हैं।

आकांक्षा सैनी ने 125वीं रैंक की हासिल
चूरू के नया बास की आकांक्षा सैनी(27) पुत्री राजेन्द्र सैनी ने आरजेएस का रिजल्ट में 125वीं रैंक हासिल की है। जिसके बाद आकांक्षा सैनी के परिवार में खुशियों का माहौल हो गया। घर की बेटी के जज बनने पर परिजनों ने मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।आकांक्षा सैनी ने बताया कि आज उसके पड़ दादा का सपना पूरा हो गया है। उसने बताया कि जब वह छोटी थी। तब पड़ दादा छोटूलाल सैनी ने मेरा हाथ देखकर बताया था की बेटा तुम एक दिन अधिकारी बनोगी। आज मैंने उनका सपना पूरा कर दिया है।

तीन बहनों में आकांक्षा सैनी सबसे बड़ी है। छोटी बहन एलएलबी कर रही है। सबसे छोटी बहन 11वीं क्लास में पढ़ती है। आकांक्षा ने बताया कि बीए किया है। राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर से एलएलबी किया है। जयपुर में ही तैयारी कर रही थी। दूसरे प्रयास में उसका आरजेएस में चयन हुआ है। उसके दादा डीके सैनी पूर्व आयुक्त केन्द्रीय स्कूल संगठन, चाचा एडवोकेट वरूण सैनी विषिष्ठ लोक अभियोजक पोक्सो कोर्ट चूरू है।आरजेएस में चयन होने पर परिवार के लोगों ने माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर खुशी मनाई। इस मौके पर गर्वमेंट लॉ कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर डाॅ. एसके सैनी, बजरंग सैनी, कृष्ण कुमार, जयप्रकाश सैनी आदि मौजूद थे।