अश्लील हरकत करने वाले प्रिंसिपल और टीचर की पोस्टिंग से ग्रामीण नाराज, देखें वीडियो
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ में गंगरार क्षेत्र के सालेरा गांव के सरकारी स्कूल के संस्था प्रधान और महिला टीचर का दो दिन पहले ही अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने दोनों को सस्पेंड करते हुए जिले के ही दो अलग-अलग स्कूलों में पोस्टिंग दे दी। इस बात से ग्रामीण भी काफी नाराज हुए। साथ ही जिस तरह से वीडियो वायरल हुआ, उसके बाद सोशल मीडिया में भी दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर आज उदयपुर के शिक्षा विभाग से ज्वाइंट डायरेक्ट स्कूल पहुंचीं। उनके साथ चित्तौड़गढ़ शिक्षा विभाग की टीम भी थी। इधर, ग्रामीणों ने आज स्कूल के गेट पर तालाबंदी कर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने पूरे स्टॉफ को चेंज कर दोनों टीचर्स को जेल भेजने की भी मांग की है। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर दोनों टीचर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
जिले में ही पोस्टिंग देने से ग्रामीण हुए नाराज
शनिवार को एक मेल के जरिए गंगरार उपखंड के सालेरा गांव के सरकारी स्कूल के संस्था प्रधान अरविंद व्यास और महिला टीचर के कई अश्लील वीडियो वायरल हुए। वीडियो में दोनों यह अश्लील हरकत स्कूल के ही ऑफिस में करते हुए नजर आए। इसके अलावा दो ऐसे वीडियो भी थे जिसमें स्कूल की बालिकाओं से झाड़ू पोछा करवाया जा रहा था। वीडियो के बाहर आते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। इसके अलावा ग्रामीण भी लगातार इसके खिलाफ अपना आक्रोश जता रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की सुध लेने के बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया और उनका निलंबन काल जिले के दो अन्य स्कूलों में कर दिया। ग्रामीणों को जब यह बात पता चली तो शिक्षा विभाग के इस फैसले से नाखुश हुए।
शिक्षा विभाग की छवि हुई धूमिल
लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की जानकारी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को भी हुई। उनके हस्तक्षेप के बाद उन्होंने शिक्षा विभाग को सख्त निर्देश दिए। जिसके बाद आज सोमवार को उदयपुर से ज्वाइंट डायरेक्ट रंजना कोठारी चित्तौड़गढ़ पहुंची। यहां मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कल्पना शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) राजेंद्र कुमार शर्मा के साथ सालेरा गांव के स्कूल पहुंचे। टीम के पहुंचते ही ग्रामीण भी एकत्रित हो गए और स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही प्रदर्शन करने लगे।इधर, ज्वाइंट डायरेक्ट रंजना कोठारी ने कहा कि इस हरकत से शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हुई है। जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। निलंबन के दौरान यही जिले में पोस्टिंग दी गई है, इसकी जानकारी मिली है। इस मामले को हर पहलुओं से देखा जा रहा है।
किसी ने कहा व्यवस्था सुधारो तो किसी ने की जेल भेजने की मांग
वहीं, प्रदर्शन में भारी संख्या में गांव की महिलाएं भी पहुंची। महिलाओं ने कहा कि गुरु पूज्यनीय होता है। वहीं गंदी हरकत करेगा तो बच्चों को क्या शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा मंदिर बना रखा है, जहां रोज पूजा होती है। मंदिर जैसे पवित्र स्कूल में गंदी हरकत करना गलत है। हम अपने बच्चों को नहलाकर भेजते है लेकिन यहां उनसे झाड़ू पोछा करवाया जाता है। महिलाओं का कहना था कि स्कूल में 18 साल तक की बच्चियां भी पढ़ती है। वे लोग भी सुरक्षित नहीं है। इसलिए व्यवस्थाएं सुधारी जानी चाहिए।
एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि पूरा स्टॉफ चेंज होना चाहिए। दोनों को टर्मिनेट कर गिरफ्तार करना चाहिए और जेल भेजना चाहिए। वहीं, थानाधिकारी डीपी दाधीच ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने इसकी एक रिपोर्ट दी है और दोनों ही टीचर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बता दे कि ग्रामीणों को काफी समय पहले से इनकी हरकतों का पता था। टोका टोकी करने पर संस्था प्रधान अरविंद व्यास ने राजनैतिक पावर का डर दिखाकर धमकाया। साथ ही ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की भी बात की थी। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर सीसीटीवी कैमरे ऑफिस में लगाए और सभी अश्लील हरकत कैमरे में कैद होने के बाद उन्हें वायरल किया।