मालामाल हुए श्री सांवलिया सेठ! नोट गिनते थक गए कर्मचारी लेकिन अब भी जारी है गिनती, 22 करोड़ के पार पहुंची राशि
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क - चित्तौड़गढ़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ पर आने वाले चढ़ावे में दिनों-दिन बढ़ोतरी होती जा रही है। यहां दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं। श्री सांवलिया सेठ की महिमा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 4-5 सालों में चढ़ावे की मात्रा में ढाई गुना बढ़ोतरी हुई है।
होली पर चढ़ा भारी चढ़ावा
होली पर डेढ़ माह बाद खुले श्री सांवलिया सेठ के खजाने से इस बार 22 करोड़ से अधिक की राशि निकली है। इस बार महज चार राउंड की गिनती में खजाने से 22 करोड़ 15 हजार रुपए के नोट ही गिने जा सके। नोटों को संभाल रहे कर्मचारियों के हाथ गिनते-गिनते थक गए, लेकिन सांवलिया सेठ पर आने वाला चढ़ावा कम नहीं हो रहा है।
150 कर्मचारी गिन रहे हैं नोट
श्री सांवलिया सेठ मंदिर के होली पर खुले खजाने से नोट गिनने का काम जारी है। नोटों की गिनती के लिए डेढ़ सौ कार्मिकों को लगाया गया है। गिनती के चार चरणों में मात्र 22 करोड़ 15 हजार रुपए ही गिने जा सके। दानपात्र, चढ़ावा कक्ष, ऑनलाइन, मनीऑर्डर और कार्यालय में आए दान में अभी भी सोना-चांदी, विदेशी मुद्राएं और नकदी बची हुई है। दानपात्र से आए चढ़ावे की गिनती जारी है और गुरुवार को पांचवें चरण की गिनती की जा रही है।
अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर बना है चित्तौड़गढ़ का श्री सांवलिया सेठ
मेवाड़ का प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया गांव में स्थित है। गुजरात के अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर बने श्री सांवलिया सेठ के मुख्य मंदिर के दोनों ओर बरामदों की दीवारों पर बेहद आकर्षक चित्रकारी की गई है। यह मंदिर करीब दो शताब्दी पुराना है। यह देव स्थान विभाग के अंतर्गत आता है। मंदिर मंडल द्वारा समय-समय पर यहां हर माह एकत्रित होने वाले करोड़ों रुपए से मंडफिया गांव के आसपास के 16 गांवों में विभिन्न विकास कार्य करवाए जाते हैं।
काले पत्थर से स्थापित है श्री सांवलिया सेठ की मूर्ति
सांवलियाजी मंदिर परिसर गुलाबी बलुआ पत्थर से निर्मित एक भव्य सुंदर संरचना है। मंदिर के गर्भगृह में सेठ सांवलियाजी की काले पत्थर की मूर्ति स्थापित है जो भगवान कृष्ण के रंग को दर्शाती है। सांवलिया सेठ मंदिर की वास्तुकला प्राचीन हिंदू मंदिरों से प्रेरित है, मंदिर की दीवारों और स्तंभों पर सुंदर नक्काशी है जबकि फर्श को गुलाबी, शुद्ध सफेद और पीले रंग के बेदाग रंगों से रंगा गया है। वर्तमान में करीब 275 करोड़ रुपये के विकास कार्य किए जा रहे हैं।
हजारों कैमरों से होती है निगरानी
लगातार बढ़ते चढ़ावे के बाद श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल ने भी सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं। मंदिर में कई जगह कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसके लिए चढ़ावे की गिनती के दौरान मंदिर परिसर में सीसीटीवी और मैनुअल कैमरे लगाए गए हैं।
कई लोग बने बिजनेस पार्टनर
श्री सांवलिया सेठ के दर्शन के लिए हर दिन कई भक्त आते हैं। लोगों का मानना है कि वे जितना अधिक सांवलिया सेठ को चढ़ाएंगे, उतना ही उनका खजाना भरेगा। ऐसे में कई लोगों ने अपनी खेती, व्यापार और वेतन से सांवलिया सेठ के लिए हिस्सा रखा हुआ है। ये लोग हर महीने मंदिर में आकर अपना हिस्सा चढ़ाते हैं।
