Aapka Rajasthan

Chittorgarh इतने करोड़ की लागत से बना पशुपतिनाथ मंदिर, बनने में लगे 25 साल

 
Chittorgarh इतने करोड़ की लागत से बना पशुपतिनाथ मंदिर, बनने में लगे 25 साल

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी क्षेत्र में मातृकुंडिया स्थल पर साढ़े छह करोड़ की लागत से निर्मित भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को होगी। इसमें बतौर मुख्य अतिथि सीएम भजनलाल शर्मा आएंगे।मेवाड़ के हरिद्वार माने जाने वाले इस तीर्थ स्थल पर यह मंदिर मेवाड़ जाट महासभा द्वारा बनवाया गया। करीब 40 फीट ऊंचे प्लेटफार्म पर मार्बल से निर्मित यह 25 साल में बनकर तैयार हुआ। मंदिर निर्माण कमेटी के अध्यक्ष कालूराम जाट सूरजपुरा ने बताया कि प्राचीन मंगलेश्वर महादेव मंदिर के सामने लक्ष्मण झूला के पास पशुपतिनाथ महादेव मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2001 में शुरू हुआ था। मेवाड़ जाट समाज के बड़े भामाशाहों सहित समाजजनों के सहयोग से कुल साढ़े छह करोड़ रुपए की लागत आई।

सर्वाधिक 51 लाख की राशि रामेश्वर जाट जवासिया ने दी। इसकी डिजाइन गुजरात में स्थित प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर के मॉडल के अनुसार बनाई। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा व शिखर ध्वज स्थापना सोमवार को होगी। इसमें केलवा के आगरी माइंस का मार्बल लगा है। इसमें शिवलिंग सहित शिव परिवार की स्थापना की गई। अन्य मूर्तियां जयपुर सहित अन्य जगहों से लाई गई। गुंबद में शिवजी, पार्वती, कृष्ण भगवान, गणेशजी, रामलला, तेजाजी महाराज की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है।121 फीट ऊंचा मंदिर, सिरोही के शिल्पकार जुटे: ये मंदिर कुल 121 फीट ऊंचा है। इसमें 40 फीट का प्लेटफार्म है। उसके बाद 81 फीट ऊंचा शिखर है। सिरोही के 20 कुशल शिल्पकारों की टीम ने लगातार काम किया। इसी मंदिर के पास पूर्व में निर्मित तीर्थेश्वर महादेव मंदिर भी है। इसके सामने तेजाजी महाराज की मूर्ति स्थापित है।