Aapka Rajasthan

Chittorgarh मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना में ताजा दूध तो दूर, पाउडर की भी नहीं आपूर्ति

 
Chittorgarh मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना में ताजा दूध तो दूर, पाउडर की भी नहीं आपूर्ति

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, सरकारी पाठशालाओं में बाल गोपाल पौष्टिक दूध से वंचित होते जा रहे हैं। न तो उनको पाउडर का दूध मिल रहा है और न ही ताजा दूध नसीब हो रहा है। दूध पाउडर के पैकेट का वितरण बंद कर दिया है। ऐसे में जिले से लेकर प्रदेश भर में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का हाल बेहाल है।ताजा दूध वितरण का प्रस्ताव अब तक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद शिक्षा परिषद में पिछले तीन माह से अटका हुआ है। जिले की बात करें तो अधिकतर विद्यालयों में दूध वितरण बंद हो चुका है। तीन माह पहले जो दूध के पैकेट वितरित किए गए थे, उसके स्टॉक को कई विद्यालय आपस में बांटकर जैसे-तैसे काम चला रहे हैं। यदि जल्दी दूध पाउडर या ताजा दूध के संबंध में निर्णय नहीं किया गया तो जिले के गोपाल ही बाल गोपाल योजना से वंचित हो जाएंगे।

दिसंबर में आखिरी बार वितरण

बाल गोपाल योजना के तहत जिले में पिछले साल दिसंबर में आखिरी बार दूध पाउडर के पैकेटों का वितरण किया गया था। पहले जिन विद्यालयों में दूध के पैकेट का स्टॉक अधिक था, वहां के पैकेट अन्य विद्यालय को देकर काम चलाया जा रहा था। अब पुराना स्टॉक भी समाप्त हो गया है।

दो ब्लॉक में शुरू करवा दिया है

बड़ीसादड़ी व डूंगला ब्लॉक के स्कूलों में दूध पाउडर की आपूर्ति शुरू हो गई है। शेष नौ ब्लॉक में भी जल्द ही दूध पाउडर की आपूर्ति शुरू करवा दी जाएगी। चित्तौडग़ढ़ जिले में प्रारंभिक शिक्षा के अधीन पहली से आठवीं कक्षा तक करीब 1 लाख से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं, जो दूध से वंचित हैं। दूध पाउडर की जगह गाय का दूध संबंधित स्कूलों के निकट से खरीदने का प्रस्ताव भी अब तक ठण्डे बस्ते में है। प्रस्ताव के संबंध में लिखित में अब तक जिला शिक्षा अधिकारियों के पास कोई सूचना भी नहीं है। उच्च स्तर पर यह प्रस्ताव बना था कि पाउडर की जगह पर ताजा दूध विद्यार्थी को पिलाया जाए पर यह प्रस्ताव धरातल पर नहीं उतरा है।