राष्ट्रीय स्वदेशी महोत्सव: हेमंत बृजवासी के भजनों पर झूमे श्रद्धालु, मेलार्थियों को स्वादिष्ट व्यंजन लुभा रहे
राष्ट्रीय स्वदेशी महोत्सव में रविवार को भक्ति और संस्कृति का संगम देखने को मिला। इस अवसर पर हेमंत बृजवासी के भजनों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया और लोगों ने उनकी मधुर आवाज पर झूमते हुए भक्ति में डूबकर आनंद लिया।
महोत्सव का आयोजन शहर के प्रमुख मैदान में किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। आयोजकों के अनुसार, यह महोत्सव भारतीय संस्कृति, स्वदेशी उत्पादों और पारंपरिक कलाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
हेमंत बृजवासी के भजनों ने माहौल को आध्यात्मिक और उत्साही बना दिया। बच्चों, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भी भजनों की तान पर तालियां बजाईं और आनंद व्यक्त किया। उनके लोकप्रिय भजनों ने न केवल धार्मिक वातावरण को जीवंत किया बल्कि लोगों में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया।
महोत्सव में विभिन्न स्वदेशी उत्पादों और पारंपरिक व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगी हुई थी। स्टॉल पर आने वाले लोग स्थानीय हस्तशिल्प, आभूषण, वस्त्र और सजावटी सामान का आनंद ले रहे थे। इसके अलावा, स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ जैसे पारंपरिक मिठाइयां, नमकीन और विभिन्न व्यंजन मेलार्थियों को लुभा रहे थे।
महोत्सव के आयोजक ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों को मंच प्रदान करना भी है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों और परंपराओं को बढ़ावा देने से समाज में सांस्कृतिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टियों से विकास होगा।
श्रद्धालुओं और मेलार्थियों ने महोत्सव में भाग लेकर इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने के साथ-साथ लोगों के बीच सामंजस्य और उत्साह भी बढ़ाते हैं।
महोत्सव के अंतिम दिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें और भी कई कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। आयोजक समिति ने बताया कि सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है ताकि सभी सहभागी सुरक्षित और आनंदपूर्वक महोत्सव का हिस्सा बन सकें।
