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चित्तौड़गढ़ के कट्टा गोदाम में लाफ्गी भयंकर आग! 4 दमकलों ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू, जाने क्या है अग्निकांड की वजह

 
चित्तौड़गढ़ के कट्टा गोदाम में लाफ्गी भयंकर आग! 4 दमकलों ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू, जाने क्या है अग्निकांड की वजह 

चित्तौड़गढ़ के गोपाल नगर और मानपुरा के बीच स्थित एक कट्टा गोदाम में आग लग गई। आग लगते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। सूचना मिलते ही नगर परिषद की तीन और बिरला कंपनी की एक दमकल मौके पर पहुंची और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बड़ी बात यह रही कि गोदाम में अग्निशमन की कोई व्यवस्था नहीं थी। पानी की व्यवस्था भी नहीं थी। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। सिर्फ कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

लाखों का माल खाक
गोपाल नगर और मानपुरा के बीच स्थित एक कट्टा बनाने वाली फैक्ट्री के गोदाम में आग लग गई। तेज धुआं देखकर आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। फैक्ट्री में भी अफरा-तफरी मच गई। कई लोग मौके पर पहुंचे और मदद का प्रयास किया। आग बढ़ती चली गई और विकराल रूप ले लिया। इसकी सूचना दमकल और पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। नगर परिषद की 14 हजार लीटर, 5 हजार लीटर, 2500 लीटर की तीन और बिरला कंपनी की 5 हजार लीटर की एक दमकल मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह गोदाम मुकेश छाजेड़ का बताया जा रहा है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी होगी। गोदाम में रखा बोरा बनाने का सारा सामान जलकर राख हो गया। माना जा रहा है कि गोदाम में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ है। यह गोदाम ऊपर से पूरी तरह खुला था। साइड में एक जगह टीन शेड था, वह भी पूरी तरह जल गया। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

बड़ा हादसा टालने के लिए कोई इंतजाम नहीं
आग लगने के बाद एक बड़ी लापरवाही सामने आई। फैक्ट्री बड़ी है और गोदाम भी बड़ा है, लेकिन इसमें आग बुझाने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। स्मोक डिटेक्टर, फायर अलार्म, होज रील, कंट्रोल पैनल, पाइप लाइन जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी। इतना ही नहीं, पानी की टंकी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में सवाल यह है कि ऐसी कई फैक्ट्रियां आबादी वाले इलाकों में चल रही हैं, लेकिन इसके बावजूद बड़ी घटनाओं से बचने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। शुक्र है कि आज कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन प्रशासन ने भी कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया। ऐसी कई फैक्ट्रियां बिना सुरक्षा उपकरणों के बेखौफ चल रही हैं और इनकी कभी जांच नहीं होती।