चित्तौड़गढ़ मे नौ थानों से जब्त अवैध डोडाचूरा व गांजा नष्ट, वंडर सीमेंट की कीलन में जलाकर किया गया विनष्टीकरण
चित्तौड़गढ़ जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जिले के नौ पुलिस थानों में जब्त किए गए अवैध डोडाचूरा और गांजा को न्यायालय से भौतिक सत्यापन और अंतिम निर्णय के बाद नष्ट किया गया। औषधि व्ययन समिति की निगरानी में यह पूरी प्रक्रिया निम्बाहेड़ा स्थित वंडर सीमेंट वर्क्स की कीलन में संपन्न हुई, जहां मादक पदार्थों को जलाकर पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
पुलिस विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज विभिन्न प्रकरणों में जब्त किए गए मादक पदार्थों को लेकर की गई। नष्ट किए गए पदार्थों में करीब 50 क्विंटल अवैध डोडाचूरा और गांजा शामिल था। यह मादक सामग्री जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से पकड़ी गई थी, जिसे लंबे समय से मालखानों में सुरक्षित रखा गया था।
प्रक्रिया से पहले संबंधित न्यायालय से भौतिक सत्यापन की अनुमति ली गई। न्यायालय के आदेश के बाद औषधि व्ययन समिति द्वारा जब्त मादक पदार्थों की जांच की गई और उनके विनष्टीकरण की अनुमति प्रदान की गई। इसके बाद तय मानकों और पर्यावरण सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए वंडर सीमेंट फैक्ट्री की उच्च तापमान वाली कीलन में इन पदार्थों को जलाकर नष्ट किया गया।
इस दौरान पुलिस, प्रशासन, औषधि व्ययन समिति और फैक्ट्री प्रबंधन के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई गई, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और भविष्य में किसी तरह की कानूनी आपत्ति न हो। अधिकारियों ने बताया कि सीमेंट की कीलन में अत्यधिक तापमान होने के कारण मादक पदार्थ पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं और पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ जब्त सामग्री का समय पर निस्तारण भी जरूरी है, ताकि दोबारा इसके दुरुपयोग की कोई संभावना न रहे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मादक पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। भविष्य में भी ऐसे अभियानों को नियमित रूप से चलाया जाएगा। आमजन से भी अपील की गई है कि यदि उन्हें अपने आसपास किसी प्रकार की नशे से जुड़ी गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस कार्रवाई को जिले में नशे के खिलाफ एक बड़ी और अहम पहल माना जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि इस तरह की सख्त और पारदर्शी कार्रवाई से नशे के कारोबार पर प्रभावी अंकुश लगेगा और युवाओं को नशे की लत से बचाने में मदद मिलेगी।
