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चित्तौड़गढ़ में किसानों की मुश्किल बढ़ी, खाद की किल्लत से परेशान किसान

 
चित्तौड़गढ़ में किसानों की मुश्किल बढ़ी, खाद की किल्लत से परेशान किसान

जिले में इन दिनों कृषि योग्य खाद की किल्लत ने किसानों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। स्थानीय किसानों का कहना है कि उन्हें घंटों तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, लेकिन इसके बावजूद पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है। इससे फसलों की समय पर बुवाई और उर्वरक मिलना प्रभावित हो रहा है, जिससे आगामी फसल के उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है।

किसानों की परेशानी
किसानों ने बताया कि सरकारी दुकानों पर खाद के वितरण में देरी और आपूर्ति की कमी के कारण उन्हें रोज़ाना कई घंटे इंतजार करना पड़ता है। कई किसान तो बिना खाद लिए ही लौट जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या और गंभीर रूप ले रही है, जहां किसान अपने खेतों में समय पर खाद न मिलने के कारण फसल की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं।

सरकार और अधिकारियों की भूमिका
जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि खाद की कमी का कारण आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट और मांग में अचानक वृद्धि है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही आवश्यक कदम उठाकर किसानों तक खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा अधिकारियों ने किसानों से धैर्य रखने और वैकल्पिक उपायों को अपनाने की अपील की है।

कृषि उत्पादन पर असर
विशेषज्ञों का कहना है कि खाद की समय पर आपूर्ति न होने से फसलों की वृद्धि प्रभावित हो सकती है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है और कृषि उत्पादन में कमी आ सकती है। उन्होंने प्रशासन से कहा है कि आपूर्ति की कमी को जल्द से जल्द दूर किया जाए।

किसानों की मांग
ग्रामीण किसान इस समय खाद की आपूर्ति में तेजी लाने और वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि समय पर उचित मात्रा में खाद नहीं मिली तो आने वाली फसल प्रभावित होगी और उनकी आमदनी पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।