Chittorgarh रावतभाटा के वार्ड क्रमांक 31 को मुकुंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में शामिल करने पर असंतोष
चित्तौरगढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौरगढ़ नगर पालिका के 50 साल पुराने वार्ड 31 को मुकंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में शामिल करना क्षेत्रवासियों को रास नहीं आया और उनमें गहरी नाराजगी पनप रही है। इसके खिलाफ क्षेत्रवासियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।उनका कहना है कि हमें तो पता ही नहीं कि उनका वार्ड वन विभाग के अधीन चला गया, जबकि वे सालों से रह रहे हैं। 50 साल पुराने ग्राम पंचायत रावतभाटा के जमाने से बसे और वर्तमान में नगर पालिका वार्ड 31 गुर्जर बस्ती को वन विभाग मुकंदरा टाइगर रिजर्व के विस्तार को बढ़ाते हुए अपने सीमांकन क्षेत्र में लेने पर आक्रोश व्यक्त किया।
इस मुद्दे पर गुर्जर समाज ने सामूहिक रूप से हो रहे क्षेत्र में चारदीवारी निर्माण को लेकर आंदोलन तक की चेतावनी दी है। इस मौके पर गुर्जर समाज महिला सुशीला ने बताया कि हमारा परिवार करीब 40 साल से यहां निवास कर रहा है। हमें तो आज तक नहीं पता कि जमीन कब वन विभाग में चली गई। पार्षद एडवोकेट रमेश राघव ने बताया कि करीब 50 साल से ग्रामीण यहां निवास कर रहे हैं। जबकि नगर पालिका की ओर से अपने पालिका अधिनियम क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड घोषित है तो यह क्षेत्र मुकंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में कैसे चला गया,यह जानना जरूरी है। बुजुर्गों ने बताया कि हम तो करीब 50 साल से यहां रह रहे हैं।कभी कोई रोकने आया ही नहीं और अब वन विभाग बोलता है जमीन हमारी है। पंडित ताराचंद ने बताया कि मैं तो छोटे से बड़ा ही यही हुआ हूं। मेरी उम्र 45 साल के लगभग है तो आप ही सोचिए हमें आज यहां से निष्कासित करने का क्या तर्क सरकार के पास है।