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Chittorgarh का आंचल मदर मिल्क बैंक टॉप-3 में शामिल

 
Chittorgarh का आंचल मदर मिल्क बैंक टॉप-3 में शामिल
चित्तौरगढ़ न्यूज़ डेस्क,चित्तौड़गढ़ का आंचल मदर मिल्क बैंक देश के 3 सर्वश्रेष्ठ मिल्क बैंकों में शामिल हो गया है। हैदराबाद में आयोजित चौथी साउस एशिया लेम्बकॉन (4th South Asia LAMBCON) कॉन्फ्रेंस में चित्तौड़गढ़ की मदर मिल्क बैंक को 'धात्री मदर्स मिल्क बैंक अवार्ड-2024' अवार्ड दिया गया है। चित्तौड़गढ़ मदर मिल्क बैंक को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अभी तक कुल 7 अवार्ड मिल चुके है। नेशनल में ये मदर मिल्क बैंक का तीसरा अवार्ड है। बता दे कि यहां से उदयपुर और अजमेर जैसे बड़े जिलों में भी मदर मिल्क भेजा जाता है।

सीक्रेट होते हैं 3 राष्ट्रीय स्तर के स्पेशलिस्ट जज

जिला हॉस्पिटल के पीएमओ और आंचल मदर मिल्क बैंक के प्रभारी डॉक्टर जयसिंह मीणा ने बताया कि हैदराबाद में सुशीना ऑर्गेनाइजेशन है, जिन्होंने हैदराबाद के मेरीगोल्ड होटल में 4th South Asia LAMBCON कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। देश के सभी मदर मिल्क बैंकों को नॉमिनेट किया गया था। यहां बेस्ट 3 मदर मिल्क बैंक को अवार्ड मिलना था। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर के 3 मदर मिल्क बैंक और ब्रेस्टफीडिंग के स्पेशलिस्ट जज थे, जो की सीक्रेट होता है। उनके द्वारा कई बिंदु को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया है।

मिल्क बैंक की परफॉर्मेंस के आधार पर होता है चयन

अवार्ड के लिए यह देखा जाता है कि कौन से मिल्क बैंक की परफॉर्मेंस अच्छी है, कितने नवजात शिशुओं की जान बचाई गई है, ब्रेस्टफीडिंग को कितना प्रमोट किया गया है, मदर मिल्क बैंक को कितना प्रोटेक्शन और प्रमोट किया गया, ब्रेस्टफीडिंग का भी कितना प्रमोशन हुआ है, इसके आधार पर ही चित्तौड़गढ़ के मदर मिल्क बैंक को टॉप 3 में जगह मिली है।

महाराष्ट्र, तमिलनाडु और चित्तौड़गढ़ को मिला टॉप-3 में स्थान
मिल्क बैंक के प्रभारी डॉक्टर मीणा ने बताया कि खुशी है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और चित्तौड़गढ़ को यह मान सम्मान मिला है। चित्तौड़गढ़ को 'धात्री मदर्स मिल्क बैंक अवार्ड-2024' से नवाजा गया है। सम्मान स्वरूप एक अवॉर्ड, 10 हजार रुपए कैश, प्रशस्ति पत्र दिया गया है। यह अवार्ड आंचल मदर मिल्क बैंक के सभी स्टाफ और हॉस्पिटल स्टाफ को समर्पित किया गया है। सभी दानदाता माताओं को भी इसका सबसे बड़ा आधार माना है। मीणा के चित्तौड़गढ़ पहुंचते ही अस्पताल स्टाफ ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रीय स्तर पर मिला तीसरा अवार्ड

आंचल मदर मिल्क बैंक की स्थापना 13 फरवरी 2017 को हुई थी। धीरे-धीरे इस राज्य स्तर पर पहचान मिलने लगी। माताओं से मिलकर उन्हें सारी जानकारी दी गई जिसके बाद सभी महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर अपना दूध दान किया है। जिसके चलते कई नवजात शिशुओं की जान बच पाई है। माताओं और स्टाफ की मेहनत के कारण आज मदर मिल्क बैंक को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। अब यह पहचान साउथ एशिया तक पहुंच गया है।इस मिल्क बैंक को इससे पहले राष्ट्रीय स्तर पर साल 2017 में स्कॉच अवार्ड प्लैटिनम और गोल्ड दोनों ही मिल चुके हैं। इसके अलावा राजस्थान पर साल 2018 में बेस्ट मदर मिल्क बैंक, बेस्ट मदर मिल्क बैंक प्रभारी डॉक्टर, बेस्ट मदर मिल्क बैंक डॉनर रूम इंचार्ज, बेस्ट मदर मिल्क बैंक लेक्टशन काउंसलर अवार्ड मिल चुका है।डॉ. मीणा ने इसके लिए मिल्क बैंक के पुराने और नए सभी स्टाफ पूजा दायमा, सविता चौधरी, हेमलता राजावत, शकुंतला बैरवा, रतन कुमारी जाट, गंगा मेघवाल, देवकन्या बारेठ, श्रुति मंजुल शर्मा, जय जैन, सुगना खोईवाल और वंदना को श्रेय दिया है।

अन्य जिलों में भेजा जा रहा है मदर मिल्क

इतना ही नहीं, लैक्टशन मिल्क मैनेजमेंट में चित्तौड़गढ़ की काफी सराहना की है। उन्होंने दूसरे मदर मिल्क बैंक को चित्तौड़गढ़ के नक्शे कदम पर चलने के लिए प्रेरित किया है। जब मदर मिल्क बैंक की शुरुआत हुई थी तो प्रतिदिन 1000 एमएल तक दूध का कलेक्शन हो रहा था। धीरे-धीरे इसको 3000 से 35 हजार एमएल प्रतिदिन कलेक्शन का बढ़ाया। अभी प्रतिदिन अभी 2 से ढाई हजार एमएल दूध का कलेक्शन हो रहा है। यहां पर मदर मिल्क बैंक में 2 से ढाई हजार यूनिट मिल्क स्टोर किया जा सकता है। एक यूनिट में 30 एमएल मिल्क होता है।आंचल मदर मिल्क बैंक की तरफ से अस्पताल के बच्चों को पहले आपूर्ति दी जाती है। उसके पास शिशु बाल गृह के बच्चों को दूध भिजवाया जाता है। इसके अलावा कम्युनिटी के बच्चों को और प्राइवेट नर्सिंग होम के बच्चों को भी दूध भिजवाया जाता है। चित्तौड़गढ़ से अजमेर और उदयपुर मदर मिल्क बैंक में भी भेजा गया है। अजमेर में अभी तक 12000 यूनिट और उदयपुर में 1600 यूनिट मिल्क भिजवाया जा चुका है।