Chittorgarh टैक्स जमा नहीं हो सका, आरसी निलंबित होने से सड़कों पर नहीं दौड़ सकेंगी बसें
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौरगढ़ परिवहन विभाग के निरीक्षक को थाने में बैठाने और मारपीट के मामले में जारी हड़ताल लंबी खिंचती नजर आ रही है। शुक्रवार को भी रीजन के चारों जिलों में परिवहन निरीक्षक हड़ताल पर रहे। आरटीओ, डीटीओ, एआरटीओ के साथ मंत्रालयिक कर्मचारियों ने भी समर्थन में पैन डाउन रखा। इस कारण से पूरे महकमें में सभी काम ठप हो गए।
चित्तौड़ रीजन के भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, शाहपुरा एवं प्रतापगढ़ परिवहन कार्यालयों में नियुक्त सभी 14 इंस्पेक्टर हड़ताल पर चल रहे हैं। इससे वाहनों की आरसी ट्रांसफर, ऑनलाइन चालान जमा करने, परमिट जैसे काम पूरी तरह से ठप हो गए। इंस्पेक्टरों की हड़ताल के कारण ट्रायल नहीं होने से लाइसेंस बनाने का काम पहले से बंद है। चित्तौड़ आरटीओ कार्यालय में हर रोज करीब 40 लाइसेंस बनते हैं। 5 उड़नदस्तों की टीमों की ओर से हाईवे पर कोई कार्रवाई नहीं होने से हर रोज पांच लाख रुपए के रेवेन्यू का भी नुकसान हो रहा है। इसके अलावा विविध टैक्स जमाओं का काम शुक्रवार को बंद रहा। पूरे चित्तौड़ रीजन बीते तीन दिनों में औसतन 45 लाख के राजस्व का नुकसान हुआ। इधर आरटीओ कार्यालय में आरटीओ नेमीचंद पारीक, एआरटीओ ओपी बैरवा, डीटीओ दयाशंकर गुप्ता सहित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इंस्पेक्टरों की हड़ताल के समर्थन में पैन डाउन रखा। इस कारण से परिवहन विभाग के कार्यालयों में सरकारी काम से आने वाले लोगों को बैरंग लौटना पड़ा।
समय पर टैक्स जमा नहीं कराने वाली 56 बसों की आरसी निलंबित की गई हैं। क्योंकि इतनी बसों का टैक्स बकाया चल रहा था, इस संबंध में पहले भी इन बस मालिकों को परिवहन विभाग ने नोटिस जारी किए थे, लेकिन फिर भी टैक्स जमा नहीं हुआ।इसके अलावा इन बसों की फिटनेस भी नहीं हो पाई। इसके चलते इन सभी बसों की आरसी निलंबित की गई हैं। अब ये सड़कों पर नहीं चल सकेंगे। डीटीओ दयाशंकर गुप्ता ने बताया कि अभी इन बसों की केवल आरसी निलंबित की हैं। यदि 6 महीने की अवधी के दौरान बकाया टैक्स जमा नहीं होगा तो, परमानेंट रूप में आरसी एवं परमिट बर्खास्त किया जाएगा।
