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Chittorgarh श्रीमद् देवी भागवत कथा में शिव विवाह का वर्णन किया गया

 
Chittorgarh श्रीमद् देवी भागवत कथा में शिव विवाह का वर्णन किया गया 

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़शहर के किला रोड स्थित लॉर्ड बैडेन पॉवेल पार्क में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा के छठे दिन आचार्य डॉ. वीरेन्द्र कृष्ण दौर्गादत्ती ने भगवान शिव-माता पार्वती के विवाह का वर्णन किया। व्यास पीठ से आचार्य डॉ. दौर्गादत्ती ने दक्ष प्रजापति द्वारा भगवान शिव का अपमान, शिव का अखंड समाधि में जाना सहित विभिन्न प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया।

जब से माता पार्वती जगदंबा ने हिमालय राज और माता मैनादेवी के यहां जन्म लिया। तब से साधु-संतों ने वहां तपस्या के लिए डेरा डाल दिया, ताकि उन्हें दर्शन का मौका मिल सके। उन्होंने कथा के दौरान एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि दुनिया में शारीरिक बल से ज्यादा भारी विश्वास होता है। विश्वास के बल पर निर्भीकता आती है। मन कमजोर हो जाता है तो कोई भी हावी हो सकता है। मन में दृढ़ विश्वास हो तो बकरी का बच्चा भी शेर को डरा सकता है। मनुष्य का स्वभाव ऐसा है कि जब उसके पास ज्यादा सुंदरता, धन, बल आ जाता है तो वह दूसरों में कमियां निकालने लगता है। जबकि उसे भूलना नहीं चाहिए कि ये चीजें किसी के पास भी स्थाई नहीं रहती। डॉ. दौर्गादत्ती ने कथा के प्रसंगों के साथ जब भजन सुनाए तो पंडाल में मौजूद महिला-पुरुष श्रद्धालु झूम उठे। श्रीमद् देवी भागवत कथा सात अप्रेल तक चलेगी।