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Chittorgarh देश के तीन श्रेष्ठ में शामिल हमारा आंचल मदर मिल्क बैंक

 
Chittorgarh देश के तीन श्रेष्ठ में शामिल हमारा आंचल मदर मिल्क बैंक

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ में सांवलियाजी अस्पताल के आंचल मदर मिल्क बैंक ने एक बार फिर देश में परचम फहराया है। इसे देश के सर्वश्रेष्ठ तीन मदर मिल्क बैंक में शामिल करते हुए धात्री मदर मिल्क बैंक अवार्ड प्रदान किया गया है। लैक्टशन मैनेजमेंट, मिल्क बैंकिंग एवं ब्रेस्टफीडिंग कांफ्रेंस हैदराबाद में आयोजित समारोह में सांवलियाजी अस्पताल के पीएमओ डॉ. जयसिंह मीणा को इस अवार्ड से नवाजा गया है। उन्हें दस हजार रुपए नकद, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।

आयोजकों के अनुसार आंचल मदर मिल्क बैंक चित्तौडग़ढ़ को स्तनपान को प्रोत्साहन देने एवं मातृ दुग्धदान के माध्यम से हजारों नवजात शिशुओं के जीवन को सपोर्ट करने और बचाने के अविश्वसनीय प्रयासों के लिए इस अवार्ड से नवाजा गया है। जीवन रक्षक कार्य की सराहना करते हुए लैक्टशन मिल्क मैनेजमेंट ने भारत में संचालित मिल्क बैंकों को चित्तौडग़ढ़ आंचल मदर मिल्क बैंक के नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रेरित किया और कहा कि हम चित्तौड़गढ़ के मिल्क बैंक प्रभारी एवं उनकी टीम के समर्पण एवं प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं। आंचल मदर मिल्क बैंक की प्रगति में टीम की पूजा दायमा, सविता चौधरी, हेमला राजावत, शकुंतला बैरवा, रतन कुमारी जाट, गंगा मेघवाल, देवकन्या बारेठ, मंजुल शर्मा, जया जैन, सुगना खोइवाल और वंदना का योगदान रहा है।

पहले भी मिल चुके कई अवार्ड

गौरतलब है कि आंचल मदर मिल्क बैंक को वर्ष 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर स्कोच अवार्ड, वर्ष 2018 में राज्य स्तर पर बेस्ट मदर मिल्क बैंक, बेस्ट मदर मिल्क बैंक प्रभारी चिकित्सक (राज्य स्तर पर), बेस्ट मदर मिल्क बैंक डॉनर रूम इन्चार्ज (राज्य स्तर पर) तथा बेस्ट मदर मिल्क बैंक लैक्टशन कॉउन्सलर (राज्य स्तर पर) समानित किया जा चुका है।

आठ साल में छू ली ऊंचाइयां

चित्तौडग़ढ़ के सांवलियाजी अस्पताल में आंचल मदर मिल्क बैंक की स्थापना 13 फरवरी 2017 को हुई थी। तब से अब तक मदर मिल्क बैंक ने यहां से 360 लीटर दूध (12 हजार यूनिट) अजमेर जिले को और 48 लीटर दूध (1600) यूनिट) उदयपुर जिले को भी भिजवाया है। तीस एमएल दूध को एक यूनिट माना जाता है। मिल्क बैंक की स्थापना से लेकर अब तक 10 हजार 535 महिलाओं ने कुल 44 लाख 91 हजार 625 एमएल दुग्ध दान किया है। इससे 5 हजार 978 नवजात लाभान्वित हुए हैं।