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Chittorgarh शहर में चार दिन बाद बारिश, अब तक 44.97 प्रतिशत

 
Chittorgarh शहर में चार दिन बाद बारिश, अब तक 44.97 प्रतिशत

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चार-पांच दिनों के इंतजार के बाद शुक्रवार सुबह चित्तौड़गढ़ शहर में बारिश हुई। सुबह 8 तक शहर में 7 एमएम बारिश दर्ज की गई। हालांकि बारिश का दौर उसके बाद भी चलता रहा। चित्तौड़गढ़ जिले में अब तक एवरेज 44.97 प्रतिशत ही बारिश हुई है। लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि चित्तौड़ में आगामी दिनों में तेज बारिश हो सकती है। इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।

सुबह 8 बजे तक शहर में हुई 7 एमएम बारिश

चित्तौड़गढ़ शहर में सुबह 4 बजे से बारिश शुरू हुई जो लगभग 10 बजे तक जारी रही। अच्छी बात यह है कि बीते चार-पांच दिनों से मानसून पर ब्रेक लग गया था लेकिन एक बार फिर बारिश के कारण लोगों को राहत मिली है।बारिश के रुकते ही शहर में उमस और गर्मी से लोग परेशान होने लग गए थे। किसान भी मायूस थे। अब बारिश के कारण फसलों को भी लाभ मिलेगा। चित्तौड़गढ़ शहर का गुरुवार दोपहर का टेंपरेचर 31.2 डिग्री सेल्सियस और रात का टेम्परेचर 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

सुबह 8 बजे तक शहर में 7 एमएम बारिश हुई है। वहीं जिले के राशमी तहसील में 23 एमएम, बस्सी में 15 एमएम, बेगूं में 11 एमएम, भूपालसागर में 7 एमएम, बड़ीसादड़ी में 6 एमएम, कपासन में 9 एमएम, भैसरोड़गढ़ निंबाहेड़ा और गंगरार में पांच-पांच एमएम, भदेसर में 3 एमएम बारिश हुई है।लेकिन डूंगला में बिल्कुल भी बारिश दर्ज नहीं की गई है। अभी तक जिले में एवरेज 50 प्रतिशत बारिश भी नहीं हुई है। जिले में सिर्फ 44.97 प्रतिशत ही बारिश हुई है।

आगामी दिनों में हो सकती है अति भारी बारिश

मौसम विभाग के अनुसार एक ट्रफ लाइन राज्य के उत्तरी भागों से होकर गुजर रही है, जिसके प्रभाव से आगामी आने वाले चार-पांच दिनों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी। चित्तौड़गढ़ में भी शनिवार और रविवार को जोरदार बारिश हो सकती है।

शनिवार को भारी वर्षा के साथ मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली भी गिर सकती है, इसको लेकर विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि रविवार को अति भारी बारिश, मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली के कारण विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।विभाग ने इसके लिए लोगों को सावधान किया है और निचले इलाकों, अंडरपासों, बरसाती नालों से दूर रहने की एडवाइजरी भी जारी की है। बारिश के समय बिजली के खाबो से दूर रहने, कृषि मंडी में रखे हुए अनाज को ढक कर ऊंचाई वाले जगह पर रखना, खेतों में पकड़ तैयार हुई फसलों को भीगने से बचाने और मेघ गर्जन के समय पेड़ों के नीचे ना खड़े होने की एडवाइस दी है।