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Chittorgarh परंपरागत प्रोडक्ट के साथ मल्टीग्रेन बना पहली पसंद, लो-फैट और लो-शुगर प्रोडक्ट

 
Chittorgarh परंपरागत प्रोडक्ट के साथ मल्टीग्रेन बना पहली पसंद, लो-फैट और लो-शुगर प्रोडक्ट
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ पहले शहर में सभी घरों में सामान्य राशन सामग्री पहुंचती थी, जो परंपरागत प्रोडक्ट्स पर ही निर्भर रहती थी। पिछले दो-चार सालों में यह ट्रेंड बदल चुका है। अब लोग परंपरागत प्रोडक्ट को छोड़ मल्टीग्रेन प्रोडक्ट की तरफ ज्यादा आकर्षित हुए हैं। हर प्रोडक्ट पर ग्रीन, रेड, ब्लेक लेबल देखना, उसमें मिली एक्स्ट्रा सामग्री को देखना व फिर उसे खरीदना आदत बन चुका है। शहर में लोग अब एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) प्रोडक्ट पर अधिक राशि खर्च कर रहे हैं। इससे हर माह 5 से 10 हजार रुपए तक का बजट बढ़ा है। एफएमसीजी उद्योग ने स्वास्थ्य के अनुकूल उत्पादों की एक वैरायटी ग्राहकों के सामने रखी है। यह तेजी से पसंद बन रही है। एफएमसीजी उत्पादों में दैनिक उपभोग की वस्तुएं आती हैं, जैसे फूड, कोल्ड्रिंक्स, ब्यूटी प्रोडक्ट आदि। लोग अब उत्पाद के पैकेजिंग पर दिए पोषक तत्वों की जानकारी बारीकी से पढ़ते हैं। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तत्वों जैसे चीनी, वसा, और कृत्रिम रंगों से बचने की कोशिश भी करते हैं। ऑर्गेनिक और नेचुरल उत्पादों से लेकर लो-फैट, लो-शुगर, और प्लांट-बेस्ड प्रोडक्ट तक में वैरायटी उपलब्ध हैं।

ऑर्गेनिक और नेचुरल उत्पादों की मांग

पिछले कुछ सालों में ऑर्गेनिक और नेचुरल उत्पादों की मांग बढ़ी है। शहर के लोग अब केमिकल्स और कीटनाशकों से मुक्त खाद्य और पेय पदार्थों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए बाजार में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट मिलने लगे हैं। इसमें ऑर्गेनिक फूड, अनाज, मसाले और ऑर्गेनिक फल और सब्जियां शामिल हैं। ऑर्गेनिक ब्यूटी प्रोडक्ट की मांग सबसे अधिक है।

फोर्टिफाइड फूड्स भी पसंद

फोर्टिफाइड फूड्स में अतिरिक्त विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्व मिलाए जाते हैं। लोगों के बीच पसंद किए जा रहे हैं। ये उत्पाद उनके लिए फायदेमंद होते हैं, जिन्हें उनके नियमित आहार से पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता। एफएमसीजी ब्रांड्स में दूध, आटा, नमक, और ब्रेड जैसे सामान्य खाद्य पदार्थों में विटामिन और मिनरल्स मिलाकर उन्हें फोर्टिफाइड कर दिया है।मोटापे और मधुमेह से ग्रस्त लोग लो-फैट और लो-शुगर प्रोडक्ट खरीद रहे हैं। बाजार में भी इसे लेकर एफएमसीजी में कई वैरायटी आ चुकी है। आटे से लेकर बिस्किट तक इसमें शामिल हैं। कंपनियों ने भी प्रोडक्ट में शुगर और फैट की मात्रा कम कर दी है। इसमें शुगर-फ्री सॉफ्टड्रिंक्स, लो-शुगर जूस और कैलोरी-कंट्रोल्ड एनर्जी ड्रिंक्स की मांग बढ़ी है।