Chittorgarh पांच महीने बाद देवउठनी पर 23 से गूंजेगी शहनाई, बंपर अबूझ सावा

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को रहेगी। इस दिन अबूझ सावा होने से जिले भर में शादी ब्याह की धूम रहेगी। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी देवउठनी एकादशी पर शादी-विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। इस दिन स्वयंसिद्ध अबूझ मुहूर्त होने के कारण करीब पांच माह बाद फिर से जिले में शहनाइयां गूंजेंगी तथा सडक़ों पर बैंड-बाजा और बारात की रौनक दिखाई देगी। देवउठनी एकादशी में अब दो दिन ही शेष हैं। इसके चलते सोमवार को चित्तौडग़ढ़ के बाजारों में दिनभर खरीदारी हुई। वर व वधू पक्ष के लोगों ने शादी ब्याह के लिए जरूरी खरीदारी की। बाजारों में हर तरफ भीड़ रही। दुकानों के आगे वाहन खड़े होने तथा शहर में अधिक वाहनों के आने से जाम के हालात रहे। सुभाष चौक, सदर बाजार, राणा सांगा बाजार में भीड़ इतनी अधिक रही कि यहां से निकलना मुश्किल हो गया। यातायात पुलिस भी व्यवस्था को नहीं संभाल पाई।
मंदिरों में होंगे आयोजन
मंदिरों में भगवान शालिग्राम और तुलसी विवाह का आयोजन होगा। साथ ही शंख और घंटे- घडिय़ाल की ध्वनि के बीच भगवान विष्णु को जगाने की परम्परा निभाई जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 29 जून को देवशयनी एकादशी के साथ ही मांगलिक कार्यों पर रोक लगी थी। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की दशमी पर 22 नवम्बर तक देवशयन दोष है। इसके बाद एकादशी पर 23 नवम्बर को देवप्रबोधिनी एकादशी (देवउठनी) पर विवाह आदि मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाएंगे। 16 दिसंबर को धनु मलमास शुरू हो जाएगा, जो 14 जनवरी तक रहेगा।
नवंबर और दिसंबर में 10 दिन रहेंगे सावे
- 23 नवम्बर अबूझ सावा
- 24 नवम्बर 08 रेखीय
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- 28 नवम्बर 09 रेखीय
- 29 नवम्बर 10 रेखीय
- 4 दिसम्बर 08 रेखीय
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