चित्तौड़गढ़: अगले साल 59 विवाह मुहूर्त, पहला शुभ दिन 5 फरवरी और आखिरी 6 दिसंबर को; जनवरी पूरा महीना रहेगा बिना मुहूर्त
नए साल में विवाह आयोजन की योजना बना रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार वर्ष 2025 में कुल 59 शुभ विवाह मुहूर्त पड़ेंगे। हालांकि साल की शुरुआत मुहूर्त के बिना होगी, क्योंकि जनवरी माह में खरमास और शुक्र तारा अस्त रहने से पूरे महीने विवाह जैसे शुभ कार्य निषिद्ध माने गए हैं।
जानकारी के अनुसार, नया वर्ष का पहला विवाह मुहूर्त 5 फरवरी को आएगा। इसके बाद फरवरी से लेकर जून तक लगातार कई शुभ तिथियाँ मिलेंगी, जिनमें अधिकांश मुहूर्त मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत अनुकूल बताए जा रहे हैं। मई और जून में सबसे अधिक मुहूर्त पड़ेंगे, जिन्हें विवाह का प्रमुख सीजन माना जाता है।
वहीं वर्ष का अंतिम विवाह मुहूर्त 6 दिसंबर को रहेगा। इसके बाद फिर से धनु मास (खरमास) के कारण शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि इस वर्ष ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति विवाह के लिए सामान्य से बेहतर रहेगी। कई तिथियाँ ‘अभिजीत’ और ‘सर्वार्थ सिद्धि’ योग में पड़ने से अत्यंत मांगलिक होंगी।
जनवरी क्यों रहेगा बिना मुहूर्त?
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सूर्य धनु राशि में प्रवेश करने से खरमास लगता है, जिसके दौरान विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य नहीं किए जाते।
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शुक्र ग्रह के अस्त होने से भी शुभ कार्य बाधित होते हैं, क्योंकि विवाह में शुक्र का विशेष महत्व है।
स्थानीय पंडितों के अनुसार फरवरी से शुरू होने वाला शुभ समय जून तक विवाह समारोहों की भारी भीड़ लेकर आएगा। बुकिंग के लिए बैंकेट हॉल, कम्युनिटी सेंटर और विवाह स्थलों पर पूछताछ भी बढ़ने लगी है।
शादी की तैयारियों में जुटे परिवारों का कहना है कि मुहूर्त जारी होते ही कपड़ों, खानपान और सजावट से जुड़े व्यवसायों में भी रौनक लौटने लगी है।
नए वर्ष में मुहूर्तों की यह संख्या पिछले कुछ वर्षों की तुलना में संतोषजनक मानी जा रही है, जिससे व्यापारियों और आयोजकों में भी उत्साह बढ़ गया है।
