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Chittorgarh बसंत पंचमी पर 30 फीसदी ज्यादा शादियां, मई-जून में सावे नहीं

 
Chittorgarh बसंत पंचमी पर 30 फीसदी ज्यादा शादियां, मई-जून में सावे नहीं
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़  इस वर्ष मई और जून माह में गुरु व शुक्र तारा अस्त होने से दोनों माह में विवाह नहीं होंगे। ऐसे में बसंत पंचमी (14 फरवरी) के अबूझ सावे पर बुधवार को विशेष योग-संयोगों में 30 फीसदी अधिक शादियां होंगी। इसके लिए जिले के लगभग सभी गार्डन, सामुदायिक केंद्र और रिसोर्ट बुक हो चुके हैं। बुधवार को चित्तौडग़ढ़ में करीब एक हजार से अधिक विवाह होंगे। इस बार 35 प्रतिशत से अधिक व्यापार बढऩे के आसार हैं। इसके अलावा विभिन्न समाजों और संस्थाओं की ओर से सामूहिक विवाह सम्मेलन भी होंगे। शादियों में फ्लॉवर व रेड थीम के साथ ही रजवाड़ा थीम पर सजावट होगी। कई होटल्स और रिसोर्ट में पंजाबी सिंगर्स परफॉर्म करेंगे। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि 30 अप्रेल से 7 जुलाई तक शुक्र का तारा तथा 9 मई से 3 जून तक गुरु का तारा अस्त रहेगा। हालांकि इस अवधि में 10 मई को आखातीज, 16 को जानकी नवमी, 23 मई को पीपल पूर्णिमा, 16 जून को गंगा दशमी व इसके बाद 15 जुलाई को भड़ल्या नवमी का अबूझ सावा होने से शादी सहित अन्य मांगलिक कार्य हो सकेंगे।

यह रहेंगे योग संयोग

ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक पंचमी तिथि 13 फरवरी की दोपहर 2:42 से अगले दिन दोपहर 12:10 बजे तक रहेगी। इस दौरान रेवती—अश्विनी नक्षत्र के साथ ही कुमार योग भी रहेगा। उदियात तिथि के चलते 14 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी। लगभग 75 साल बाद पंचमी तिथि और बुधवार के दिन रेवती नक्षत्र का संयोग बना है। इस दिन शुक्ल, अमृत सिद्धि, शुभ, रवि व शिववास सहित कई अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस कारण इस दिन विवाह, गृह प्रवेश, नींव मुहूर्त सहित अन्य शुभ कार्य किए जा सकते हैं।