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Chittorgarh जिले में दम तोड़ रही मुख्यमंत्री नि:शुल्क पशुधन योजना

 
Chittorgarh जिले में दम तोड़ रही मुख्यमंत्री नि:शुल्क पशुधन योजना

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क,  चित्तौड़गढ़ पशुओं की नि:शुल्क दवाइयों पर भी सरकार कुण्डली मारे बैठी है। प्रदेश में वर्ष 2012-13 में शुरू हुई मुख्यमंत्री पशुधन नि:शुल्क दवा योजना सरकार की अनदेखी से दम तोड़ती नजर आ रही है। जिले में पिछले एक साल से दवाइयों की सप्लाई बंद है। इससे पशुपालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इधर तेज गर्मी से पशुओं की ओपीडी भी बढ़ी है। पशुओं को गर्मी लगना, पेट दर्द व बुखार की समस्या आ रही है।

बजट सिर्फ ऊंट के मुंह में जीरा

हाल में ही आपातकाल के लिए सरकार ने बहुत कम दवाइयां सप्लाई की हैं, जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही हैं।  हाल में ही स्थानीय पशुपालन विभाग में नाम मात्र की दवाइयां पहुंची है, जो अपर्याप्त है। नई सरकार बनने के सात महीने बाद भी दवाइयों की सप्लाई ठप है। ऐसे में पशुपालकों को जेब से महंगे दामों में पशुओं के उपचार के लिए दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में खराब है हालात

ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों की ज्यादा हालात खराब है। पशुपालन विभाग में ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर पशु चिकित्सा केन्द्रों में पशु चिकित्सक नहीं है। चिकित्सकों के अभाव में पशुओं का उपचार पशु सहायक व पशु परिचर के भरोसे ही हो रहा है या फिर पशुपालकों को पशुओं को उपखंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय पर लाना पड़ रहा है। इससे पशुपालकों के लिए इलाज काफी ज्यादा खर्चीला हो रहा है।