Chittorgarh विधानसभा उपचुनाव के बाद अब सरकार पूरा कर सकती है मंत्रियों का कोरम
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ राजस्थान में मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा फिर से शुरू हो गई है। उपचुनाव में मिली प्रचंड जीत मिलने के बाद भाजपा संगठन और सरकार दोनों में खुशी का माहौल है। वहीं, सात उपचुनाव में 5 सीटों पर जीत मिलने के बाद विधानसभा में बीजेपी विधायकों का कुनबा भी बढ़ गया है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अब सरकार का फोकस मंत्रिमंडल विस्तार और विकास कार्यों पर रहेगा। इसी के साथ चित्तौडग़ढ़ जिले को भी एक और मंत्री मिलने की चर्चाएं जोरों पर हैं। फिलहाल जिले से एकमात्र राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गौतम दक हैं।
कृपलानी का पलड़ा भारी!
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, मंत्री पद की दौड़ में कृपलानी का पलड़ा भारी बताया जा रहा है।वे वसुंधरा सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव मेें उन्होंने कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री उदयलाल आंजना को शिकस्त दी थी। वहीं, लोकसभा चुनाव और हाल ही हुए सलूबर चुनाव में उनकी भूमिका अहम रही थी। सलूबर में बागी को मनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। बागी के बैठने के कारण ही भाजपा वहां करीब 1300 वोटों से जीत हासिल कर पाई। ऐसे में माना जा रहा है कि कृपलानी को इसका इनाम मिल सकता है।
जिले में भाजपा के चार विधायक
जिले में भाजपा के चार विधायक हैं। इनमें से दक को मंत्री बनाया जा चुका है। भाजपा का गढ़ माने जाने वाले मेवाड़ क्षेत्र में चित्तौडग़ढ़ का अपना मुकाम है। ऐसे में यहां से एक और मंत्री बनाया जा सकता है। निबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी और कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर दोनों ही वरिष्ठ हैं। वहीं, बेगूं विधायक सुरेश धाकड़ भी दूसरी बार के विधायक हैं।
अभी 6-7 मंत्रियों की जगह खाली
विधानसभा सदस्यों के अधिकतम 15 प्रतिशत सदस्यों को मंत्री बनाया जा सकता है। प्रदेश में कुल विधायक 200 हैं। ऐसे में मुयमंत्री सहित 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में मुयमंत्री और दो डिप्टी सीएम सहित कुल 24 मंत्री हैं। यानी राज्य सरकार अभी 6 और सदस्यों को मंत्री बना सकती है। अगर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो रिक्त मंत्रियों के पदों की संया 7 हो जाएगी। मंत्रिमंडल के सदस्यों का कोरम पूरा करके भाजपा सभी वर्गों को साधने की कोशिश करेगी।