राजस्थान के अस्पताल में सिस्टम फेल! बिजली काटने से रुकी ऑक्सीजन सप्लाई उधर महिला की छूट गा सांसे, जाने क्या है पूरा मामला

बूंदी के सरकारी अस्पताल में एक महिला की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से महिला की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि बुधवार देर रात अचानक बिजली चली गई, जिससे ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई और महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। परिजनों ने इस घटना का वीडियो बनाकर भी वायरल किया है, जिसमें महिला की हालत बिगड़ती नजर आ रही है और परिजन ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं।
मृतका के दामाद विष्णु के मुताबिक दो दिन पहले उसकी सास शांति बाई को मंटूंडा गांव से भर्ती कराया गया था। बुधवार रात एक घंटे तक बिजली गुल रही। परिजनों का कहना है कि इस दौरान ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई थी। उन्होंने जनरेटर चालू करने को कहा तो अस्पताल स्टाफ ने उन्हें गार्ड के पास भेज दिया। गार्ड ने जनरेटर खराब होने की बात कहकर मना कर दिया। परिजनों का आरोप है कि इसी लापरवाही के चलते महिला की जान चली गई।
गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा
घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। एक से डेढ़ घंटे तक अस्पताल में अंधेरा रहा और मरीज व उनके परिजन परेशान होते रहे। शांति बाई की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया और जवाबदेही की मांग की। उनका कहना है कि इस लापरवाही से न सिर्फ एक मरीज बल्कि दर्जनों मरीजों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
अस्पताल ने रखा अपना पक्ष
अस्पताल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज किया है। अस्पताल अधीक्षक लक्ष्मी नारायण मीना ने कहा कि महिला की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि शांति बाई कैंसर की मरीज थी और उसकी हालत पहले से ही गंभीर थी। मीना ने माना कि बिजली चली गई थी और जनरेटर अपने आप चालू नहीं हुआ, लेकिन इससे ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित नहीं हुई।
अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल में सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है, जो 24 घंटे चालू रहती है। उनका कहना है कि इसका बिजली कटौती से कोई लेना-देना नहीं है। फिर भी जनरेटर बंद होने और बिजली जाने की घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। प्रशासन का दावा है कि अगर ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती तो दूसरे मरीज भी प्रभावित होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।