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Bundi मत्स्य पालन ठेका रद्द करने की मांग को लेकर 50 से अधिक लोगों ने किया जल सत्याग्रह

 
Bundi मत्स्य पालन ठेका रद्द करने की मांग को लेकर 50 से अधिक लोगों ने किया जल सत्याग्रह

बूंदी न्यूज़ डेस्क, खानपुरा के मॉडल तालाब में मत्स्य पालन का ठेका निरस्त करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को जल सत्याग्रह किया। पचास से ज्यादा ग्रामीणों ने ढाई घंटे तक तालाब के बीच पानी में खड़े रहकर विरोध जताया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण तालाब की पाल पर मौजूद रहे। खानपुरा के लोग जुलूस के साथ सुबह आठ बजे तालाब पर पहुंचे। यहां साढ़े आठ बजे 50 से अधिक ग्रामीणों ने तालाब के बीच पानी में खड़े होकर ठेका बंद करने को लेकर नारेबाजी की। ग्रामीण सुबह 11 बजे तक पानी में खड़े रहे। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वर्षो से मत्स्य पालन विभाग यहां ठेकेदारों को मछली पालन का ठेका दे रहा है।

ठेकेदार केमिकल युक्त खल का उपयोग करते है। नैनवां शहर के मैरिज गार्डन का जूठा भोजन भी तालाब में डाला जा रहा है, जिससे तालाब का पानी दूषित हो रहा है। राज्य सरकार ने करीब आठ साल पहले इसे मॉडल तालाब घोषित किया था। यहां शीतकाल में कई प्रवासी पक्षी आते थे। विगत कुछ वर्षों से तालाब का पानी प्रदूषित होने के कारण प्रवासी पक्षियों ने भी आना बंद कर दिया। तालाब की पाल पर कई प्राचीन धार्मिक स्थल है, जिनसे ग्राम वासियों की आस्था जुड़ी हुई है। धार्मिक स्थानों के आसपास मत्स्य आखेट करने से ग्राम वासियों की भावनाएं आहत हो रही है। यह तालाब प्राचीन काल से ही रियासत कालीन धरोहर एवम् पर्यटक स्थल रहा है। पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी व विकास अधिकारी भी मत्स्य पालन ठेका बंद करने के लिए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को लिख चुके है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुइ।

सत्याग्रह करने वालों में राष्ट्रीय बजरंग दल विभाग उपाध्यक्ष सीताराम सैनी, मुकेश कुमार विकास पाराशर, दुर्गा लाल टेलर, देवलाल सैनी, पूर्व सरपंच घासी लाल मीणा, भाजपा नेता ईश्वरलाल सैनी, कालू लाल सैनी समेत कई लोग शामिल थे। द नाहर फाउंडेशन अध्यक्ष व पीपुल्स फ ॉर एनीमल के जिला प्रभारी विट्ठलकुमार सनाढ्य ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया।