Bundi राज्य में पशु बीमा तो दूर, उनका ‘भला’ भी नहीं हो रहा

बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी इसे पशुपालकों की उदासीनता कहें या सरकारी सुस्त चाल। प्रदेश में शुरू की गई मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना से पशुओं का मंगल नहीं हो रहा। अभी तक पूरे प्रदेश में लक्ष्य की तुलना में सिर्फ 47.03 फीसदी पशुओं का ही बीमा हो सका है।इस योजना के तहत 21 लाख पशुओं के बीमा का लक्ष्य रखा गया हैए लेकिन अब तक केवल 9 लाख 87 हजार 624 पशुओं का ही पंजीयन हो सका है। गौरतलब है कि इस योजना में पशुओं के पंजीयन की अंतिम तिथि दो बार बढ़ाई जा चुकी है। इस योजना के तहत पशुओं के पंजीयन में शत प्रतिशत से से अधिक 119.90 फीसदी लक्ष्य पूरा करने के साथ बांसवाड़ा जिला पहले पायदान और जैसलमेर अंतिम पायदान पर है। मुख्यमंत्री का गृह जिला भरतपुर 14 वें पायदान पर चल रहा है। बूंदी जिला पाचंवे पायदान पर है।
बूंदी में 89.52 फीसदी हुआ पंजीयन
इस योजना के तहत बूंदी जिले में 26 हजार 800 पशुओं के पंजीयन का लक्ष्य दिया गया है। इसमें से 23 हजार 992 पशुओं का पंजीयन हो गया है। यह लक्ष्य का 89.52 प्रतिशत है। जिले में 6 हजार 577 गाय, 15 हजार 184 भैंस, 1 हजार 791 बकरी, 407 भेड़ 7 ऊंट व 26 ऊंटनी का बीमा कराया गया है।
दो बार बढ़ी पंजीयन की तिथि
योजना में पंजीयन कराने के लिए सरकार ने दो बार आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई। अब अंतिम तिथि 31 जनवरी है। ऐसे में अंतिम तिथि तक प्रत्येक जिले में लक्ष्य प्राप्त करना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है।