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Bundi अब तालेड़ा अस्पताल में भी किडनी रोग का इलाज होगा

 
Bundi अब तालेड़ा अस्पताल में भी किडनी रोग का इलाज होगा
बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी अब तालेड़ा राजकीय उप जिला अस्पताल में आने वाले रक्त संबंधित गंभीर मरीजों को कोटा या बूंदी नहीं जाना पड़ेगा। यहां कुछ समय बाद अस्पताल में ही आधुनिक तकनीक से किडनी व रक्त सबंधित गंभीर बीमारी का इलाज उपलब्ध हो सकेगा। इसके लिए वार्ड में रखी दो डायलिसिस मशीन लगाई जाएगी। बाहर चौक मे डायलिसिस के लिए आरओ प्लांट भी लगाया गया है। डायलिसिस मशीन की लागत करीब 21 लाख रुपए हैं। चिकित्सकों के अनुसार डायलिसिस शरीर से अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त फ़्लूड को हटाने के लिए एक कृत्रिम प्रक्रिया है। इसकी जरूरत तब होती है, जब किडनी ठीक से काम नहीं करती है। जब किडनी खराब हो जाती हैं तो हीमोडाइलिसिस या पेरिटोनियल डायलिसिस द्वारा शरीर से अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त पानी को हटाया जा सकता है। हीमोडाइलिसिस में शरीर से रक्त को डायलाइजऱ में हटाया जाता है, जिसे कृत्रिम किडनी कहा जाता है। यह खून को साफ करता है।

प्रशिक्षण के बाद दो पारियों में लगेगा स्टॉफ

राजकीय उप जिला अस्पताल को दो डायलिसिस मशीनो को संचालित करने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की आवश्यकता होगी। इन कर्मियों को प्रशिक्षण के बाद नियुक्त किए जाएगा। तालेड़ा राजकीय उप जिला अस्पताल को दो डायलिसिस मशीन व आरओ प्लांट मिला है। इसे शीघ्र ही स्थापित करवाया जाएगा। प्रशिक्षण दिए जाने के बाद ही डायलिसिस मशीन पर अनुभवी चिकित्सा कर्मियों द्वारा ही मरीजों का इलाज हो सकेगा।