Aapka Rajasthan

Bundi मूलभूल सुविधाओं का टोटा, ग्रामीण हो रहे परेशान

 
Bundi मूलभूल सुविधाओं का टोटा, ग्रामीण हो रहे परेशान

बूंदी न्यूज़ डेस्क, बंसवाडा ग्राम पंचायत के सहणपुर गांव के ग्रामीणों को सडक, पानी, शिक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूल सुविधाओं के लिए मोहताज है।ग्रामीणों को सड़क, शिक्षा, चिकित्सा की समस्या लम्बे समय से चल रही है। सहणपुर गांव अरावली की पहाड़ियों के पास बसा हुआ है। गांव में जाने के लिए जंगल से होकर गुजरना पड़ता है। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जाने के लिए मेज नदी को ट्यूब के सहारे पार करते है। सड़क मार्ग से पंचायत मुख्यालय पर पहुंचने के लिए 30 किलोमीटर का सफर तय करना पडता है। गांव में बच्चों को लिए सरकारी विद्यालय था, वह भी बंद पडा है। आंगनबाड़ी केंद्र ही बच्चों के पढने का एक मात्र सहारा है। ग्रामीण रामविलास, रघुवीर, कुलदीप, श्याम मीणा आदि ने बताया की समस्या को लेकर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है। ग्राम पंचायत के सरपंच को भी अवगत कराया, लेकिन अभी तक कोई भी हमारी सुध लेने नहीं आए।

सड़क नहीं हो रही नसीब

सहणपुर गांव के ग्रामीणों को पक्की सड़क नसीब नहीं हो रही है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों ने बताया की सड़क के अभाव में एम्बुलेंस की मदद मिल पाना भी मुश्किल है, लेकिन किसी की तबीयत खराब हो जाए तो चारपाई पर लेटाकर सखावदा गांव तक लेकर आते हैं। इसके बाद यहां सड़क मार्ग से लाखेरी शहर पहुंचते बारिश के समय यह परेशानी और बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने बताया की सहणपुर गांव के ग्रामीणों को पक्की सड़क पर चलना अभी तक नसीब नहीं हुआ है। पक्की सड़क ग्रामीणों के लिए सपना बनकर रह गई है।

गांव में बंद पड़ा विद्यालय

सहणपुर गांव में विघालय मर्ज करने पर गांव के बच्चे शिक्षा से वंचित होते जा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया की बच्चों को विद्यालय जाने के लिए पहाड के दूसरी तरफ स्थित बलवन गांव में जाना पडता है। रोज पांच किमी पैदल चलना पड़ता है। सहणपुर गांव के ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या कई वर्षों से चल रही है। बिजली, सडक, शिक्षा, चिकित्सा कि समस्या से यहां के लोग परेशान है समस्या को न तो सुनने वाले आए और न ही समाधान करने वाले केवल वोट मांगने वाले आते हैं।