Bundi कनकसागर बांध का पानी दुगारी में घुसा, बाढ़ के हालात
गांव तीन भागों में बंटा हुआ है। लोगों को पानी मे ही होकर आना जाना पड़ रहा है। वेस्टवेयर गांव के बीच होकर निकलने से जब तक बांध पर चादर चलेगी, तब तक गांव के यही हाल बने रहेंगे। रियासतकालीन बांध की ऊंचाई तो दस फीट है, लेकिन बांध का भराव क्षेत्र 72 वर्ग किमी है। ,गांव के दोनों छोटे पारा और बड़ा पारा पर दो वेस्टवेयर बनी हुई है।
बड़े पारे की वेस्टवेयर गांव के बाहर होने से इस वेस्टवेयर का पानी गांव के बाहर निकल रहा है। जबकि छोटे पारे की वेस्टवेयर गांव के बीच होने से वेस्टवेयर का पूरा पानी ही गांव में होकर निकल रहा है। बांध की वेस्टवेयर की चादर का पानी गांव में घुसने से दुगारी गांव में पानी ही पानी हो रहा है। पानी की अधिकता से गांव के बाहर चादर का पानी भी गांव में घुस गया। गलियों में तीन फीट पानी बह रहा है।गांव में पानी ही पानी हो जाने बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। चादर का पानी गांव के मुख्य बाजार में होकर गांव की गलियों में आ जाने से गांव तीन भागों में बंट हुआ है। गांव का छोटा पारा मोहल्ला, रेगर बस्ती, मैन मार्केट, सहित पूरे गांव के अन्य मोहल्लों का बस स्टैंड आने के लिए लोगों व विद्यार्थियों को पानी मे होकर ही निकलना पड़ रहा है।गांव में बाढ़ की स्थिति होने से बाजार में दुकानों में भी पानी घुस जाने से बाजार बंद रहा। कई मकानो में पानी भर जाने से लोगों को दूसरी मंजिल व छतों पर बैठकर दिन गुजारना पड़ा।
पानी में फंसी कार व नौ दर्शनार्थियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली से निकाला
रात को दुगारी के तेजाजी के दर्शन करने आए देवली व जहाजपुर के नौ दर्शनार्थी अपनी कार सहित पानी के बीच फंस गए। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर कार को ट्रैक्टर ट्रॉली में चढ़ाकर बाहर निकाला। उपखण्ड के सुवानिया गांव में भी तालाब की वेस्टवेयर का पानी गांव में घुस जाने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। गांव की गलियों व स्टेट हाइवे पर भी दो से तीन फीट पानी बहने से लोग गांव में कैद हो रहे है।सुबह बच्चों को ट्रैक्टर में बैठा कर विद्यालय पहुंचाया।