Aapka Rajasthan

Bundi शिक्षा और माता-पिता के दबाव के कारण बच्चों का आत्मविश्वास टूट रहा

 
Bundi शिक्षा और माता-पिता के दबाव के कारण बच्चों का आत्मविश्वास टूट रहा

बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी छोटीकाशी के नाम से विख्यात बूंदी में इन दिनों जैन संत आदित्य सागर का प्रवास चल रहा है। वे यहां हर वर्ग में धार्मिक ऊर्जा का संचार कर रहे है। वे 16 भाषाओं के जानकार है। उन्होंने से विभिन्न विषयों पर विशेष बातचीत की।

लाखों- करोड़ों रुपए पैकेज छोड़कर युवा वैराग्य अपना रहे है?

तीर्थकरों ने भी यहीं बात बताई है कि अगर पैसे में सुख होता तो वे भी नहीं त्यागते। सुख पैसे में नहीं, बल्कि त्याग में है। जितनी चीजें आपके पास रहेंगी, उतना ही दु:ख रहेगा। कहने का यहीं तात्पर्य है कि जितना पैसा बढ़ेगा। आप संभाल नहीं पाओंगे और पाप भी बढ़ेगा। ऐसे में छोड़ने में ही आनंद है, उसे ग्रहण करने में नहीं। यह तीर्थकरों की पुरानी परम्परा है, उसी को आज के लोग जयंवत कर रहे है। छोटीकाशी बूंदी में जैन के साथ अन्य लोगों में भी साधु और संतों के प्रति सद्भावना है। यहां धर्म का समन्वय अच्छा है। अगर ऐसा पारस्परिक समन्वय बना रहेगा तो यहां की एकता और अखंडता को ओर मजबूती मिलेगी।