Bundi जमीन से कब्जा हटाने की मांग, टंकी पर बैठा रहा किसान
किसान ने इस दौरान बार बार पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के बारे में लोगों के सामने बोलता रहा। सूचना पर मौके पर पहुंचे नैनवां तहसीलदार रामराय मीना, पुलिस उपाधीक्षक राजूलाल ने किसान के परिजनों से बातकर समझाइश की। इसके बाद परिजनों ने किसान से कार्रवाई होने का आश्वासन मिलने पर किसान साढे़ बारह बजे टंकी से उतरा।इस दौरान साढ़े चार घंटे तक किसान टंकी पर बैठा रहा। कई बार पुलिस के टंकी के पास जाने पर किसान ने कूदने का प्रयास किया।
थाने में सौंपी थी रिपोर्ट
मामले को लेकर देई थाने में 21 अक्टूबर को रिपोर्ट सौंपी गई थी। और 24 अक्टूबर को देई नायब तहसीलदार के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी। किसान ने आत्मदाह की चेतावनी देने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर किसान ने टंकी पर चढ़कर आत्महत्या का प्रयास किया।
ऐसे चला घटनाक्रम
सुबह आठ बजे किसान टंकी पर चढ़ गया, जिसके पांच मिनट बाद मौके पर पुलिस कांस्टेबल पहुंचे, नौ बजकर नौ मिनट पर एएसआई कृष्णकांत यादव मय जाप्ते के पहुंचे। नौ बजकर तैंतीस मिनिट पर नैनवां पुलिस उपाधीक्षक राजूलाल व दस बजकर तेरह मिनट पर नायब तहसीलदार अशोक जैन, इसके बाद दस बजकर तेईस मिनट पर तहसीलदार रामराय मीना पहुंचे। इस दौरान हल्का पटवारी मायाराम, कानूनगो सहित करवर जाप्ता पहुंचा। मौके पर किसी भी तरह की अनहोनी होने पर स्थिति को संभालने के लिए एम्बुलेंस व दमकल नजर नहीं आई। प्रशासन द्वारा टंकी के नीचे गद्दे बिछाकर सुरक्षा के इंतजाम किए।
परिवार के लोग पहुंचे
दिव्यांग किसान बाबूलाल गुर्जर के टंकी पर चढ़ने के बाद धीरे धीरे उसके परिवार के अन्य सदस्य भी मौके पर पहुंचे दिव्यांग के भाई के साथ महिला परिजन भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान एक बालिका ने टंकी पर चढने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने रोक दिया। दिव्यांग किसान द्वारा अब भी कार्रवाही नहीं होने पर पुलिस थाने के बाहर आत्मदाह की चेतावनी दी।किसान के टंकी पर से उतरने के बाद किसान को पानी पिलाकर पुलिस प्रशासन किसान को साथ लेकर किसान के खेत पर पहुंची। और मोका स्थिति पर राजस्व कर्मचारियों ने जमीन की पैमाइश के लिए नाप चौक शुरू किया।थाना क्षेत्र के चीपल्टा गांव मे जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। पैमाइश की मांग को लेकर किसान टंकी पर चढ़ गया, जिसे समझाइश के बाद नीचे उतारा गया। मौके पर जाकर पैमाइश करवादी जाएगी।