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Bundi पहेली बन कर रह गई गुरुकुल में दो छात्रों की मौत

 
Bundi पहेली बन कर रह गई गुरुकुल में दो छात्रों की मौत
बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी  जिले के तलवास में करीब पचास दिन पहले हुए अग्निकांड में दो बच्चों की मौत के कारणों खुलासा नहीं हुआ है। वहीं गत दिनों अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा एसपी को सौंपी गई रिपोर्ट में अग्रिकांड को अकस्मात घटना बताया गया है, जिस पर परिजनों ने आपत्ति जता गत दिनों धरना प्रदर्शन भी किया था। अब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अनुसंधान सेल जसवीर सिंह मामले की जांच कर रहे है।जानकारी अनुसार दो अक्टूबर को तलवास कस्बे के पास स्थित गुरुकुल के एक कक्ष में आग लग गई, जिसमें तीन छात्र का झुलस गए, जिसमें रितेश (13) 90 फीसदी, शिव शंकर (14) 60 फीसदी व अभिजीत शर्मा 20 फीसदी झुलस गए थे।

गुरुकुल प्रबंधन से जुड़े सीताराम पंचोली सभी घायलों को नैनवां अस्पताल लेकर गए थे। बाद में उन्हें कोटा एमबीएस अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती करवाया गया। उपचार के दौरान शिवशंकर व रितेश की मौत हो गई। घटना के बाद से कई दिनों तक परिजनों व ग्रामीणों ने मामले की जांच व दो दोषियों को सजा दिलवाए जाने के लिए स्थानीय प्रशासन से लेकर लोकसभा अध्यक्ष तक को ज्ञापन भी सौंपे। यहां तक की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बूंदी में मृतक के घर जाकर सांत्वना भी दी थी। मामले में 45 दिन गुजरने के बाद भी आरोप तय नहीं होने पर परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा था।

घटना के दौरान रात्रि करीब 12 बजे उसे रितेश के आग से जलने की फोटो भेजी गई थी। इसमें वह मात्र दस प्रतिशत जला हुआ था। इर दौरान वह मात्र सीने, गर्दन के पास व हाथ पर ही जला हुआ था, लेकिन देर रात्रि तीन बजे जानकारी करने पर पता की वह 70 प्रतिशत से अधिक जला हुआ है, जो संभव नहीं है। जांच अधिकारी इस मामले में गंभीरता नहीं बरत रही है। कुछ सवालों के अब भी पुलिस व जांच अधिकारियों के पास नहीं है। ऐसे में धरना प्रदर्शन करना पड़ा।

लोकेश शर्मा, मृतक छात्र रितेश के पिता

पूर्व में की गई पुलिस जांच से वह संतुष्ट नहीं है। घटना के दोषी अब तक सामने नहीं आए है। पुलिस इस घटना को अकस्मात घटना बता रही है, जो मानने में नहीं आ रहा है। जब देर रात्रि को घटना हो गई थी तो देई पुलिस को सूचना करीब सवा आठ बजे इतनी देरी से क्यों मिली।