Bundi ध्वजारोहण के साथ 67वीं खो-खो प्रतियोगिता शुरू, 39 टीमें ले रही हिस्सा

बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी के जजावर कस्बे में सरिता ज्ञान उच्च माध्यमिक स्कूल में मंगलवार से 67वीं जिला स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता में 17 वर्ष आयु वर्ग में 24 और 19 वर्ष आयु वर्ग में 15 टीमें भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता की शुरुआत ध्वजारोहण और खिलाड़ियों को शपथ दिलाने के साथ हुई। बूंदी में शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता का बालचंदपाड़ा महात्मा गांधी स्कूल में आगाज हुआ। 67वीं जिला स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता की शुरुआत बीईओ हुकुम चंद मीणा ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और द्वीप प्रज्वलित कर की। इस दौरान प्रतियोगिता के शुभारंभ के मौके पर आए हुए अतिथियों का स्वागत सरिता ज्ञान उच्च माध्यमिक स्कूल के स्टाफ ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीईओ श्योजी लाल मीणा ने की।
खो-खो प्रतियोगिता के संयोजक मुकेश नागर ने बताया कि प्रतियोगिता में कुल 39 टीमें भाग ले रही हैं। उद्घाटन मैच नीम का खेड़ा और मोतीपुरा स्कूल के बीच हुआ। इस दौरान सभी खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ भाग लेने की शपथ दिलाई गई। बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। खेल प्रतियोगिता ध्वजारोहण के साथ भाग ले रही टीमों के ध्वज फहराए गए। इस मौके पर सरस्वती उच्च माध्यमिक स्कूल प्रिंसिपल राजेन्द्र सिंह हाडा मौजूद रहे। शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता का बालचंदपाड़ा महात्मा गांधी स्कूल में राजस्थान बीज निगम के निदेशक चर्मेश शर्मा मुख्य अतिथि और युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष निशांत नुवाल की अध्यक्षता में ध्वजारोहण कर शुभारंभ किया।
युवा मामले, खेल तथा सूचना एवं जन संपर्क राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राजस्थान आने वाले समय में खेलों की दुनिया में सिरमौर बनेगा। राज्य सरकार ने खेलों के विकास के लिए एक से बढ़कर एक फैसले लेकर उनकी क्रियान्वित सुनिश्चित की है। चांदना मंगलवार को भवानीपुरा गांव में आयोजित 67वीं जिला स्तरीय खो-खो बालिका वर्ग प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर आमजन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खेल विकास के क्षेत्र में किए गए कार्यों से आने वाले समय युवा खिलाडी जिला, राजस्थान और भारत का प्रतिनिधित्व कर देश का नाम रोशन करेंगे। ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक के आयोजन से गांव ढाणी के युवा खिलाड़ी को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। वहीं सरकार ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के लिए 2 प्रतिशत सरकारी नौकरियों का प्रावधान किया है। खिलाड़ी मैदान में सिर्फ जीतने के लिए ही नहीं अपने माता पिता व गुरूओं के सम्मान के लिए भी खेलता है।
उन्होंने कहा कि खेलों इंडिया में मेडल हासिल करने में राजस्थान पिछले साल चौथे नम्बर पर रहा है। आने वाले समय में राजस्थान पहले नम्बर पर होगा। खेलों की दुनियां में स्कूली खेल प्रतियोगिताएं पहला कदम होती है। मेहनत, अनुशासन परिपक्वता का कोई तोड़ नहीं है। मेहनत से ही कामयाबी मिलती है। जीवन में हमेशा लक्ष्य बड़ा रखें। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी कुलदीप सिंह शेखावत, तहसीलदार रामसिंह गुर्जर, कुलदीप सिंह रेण, दिनेश शर्मा, रामेश्वर कटारा, हनुमान नागर, बलराम मीणा, नरेन्द्र, छोटूलाल, महावीर चौहान, राजेन्द्र सिंह हाड़ा, स्कूल प्रिंसिपल ललित मीणा आदि मौजूद रहे।