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Bikaner रेलवे फाटक की समस्या का समाधान कब होगा, कोहरा बरकरार

 
Bikaner रेलवे फाटक की समस्या का समाधान कब होगा, कोहरा बरकरार
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर  कोटगेट व सांखला रेलवे फाटक की समस्या का समाधान अभी भी अधरझूल में है। मंडल रेल प्रबंधक डॉ. आशीष कुमार की मानें, तो प्रपोजल का कोई इश्यू नहीं है। ज्यादातर केस में दो ही पॉसिबिलिटी है। या तो रोड अंडरब्रिज बनाएं या फिर ओवरब्रिज बने।इन प्रोजेक्ट्स में रेलवे अपने हिस्से का काम करती है या फिर परमिशन दे देती है। उन्होंने बताया कि इसमें एक संयुक्त बैठक रेलवे और यूआईटी (अब बीडीए) के इंजीनियरों के बीच हो चुकी है। एक प्लान भी साइन हो चुका है। एक नक्शा भी पास हुआ है, जिसमें दोनों साइड के जॉइंट साइन भी हैं। अब उस कार्य को बीडीए को एग्जिक्यूट करना है। इसके बारे में लगातार जानकारी भी ले रहे हैं। रेलवे की ओर से जो सहायता चाहिए, उसके लिए हम तैयार हैं। मंडल रेल प्रबंधक के बयान से पूरे मसले में सकारात्मक रुख की झलक तो मिलती है, लेकिन कब तक समस्या का समाधान हो पाएगा, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल हो रहा है। बस यही कसक शहरवासियों को कचोट रही है। दरअसल, मंडल रेल प्रबंधक ने यह बातें रेलमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही।

9960 करोड़ रुपए से होगा प्रदेश में रेलवेका विकास

इससे पहले मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय बीकानेर के सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बजट की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि अगले दो से तीन साल में 200 नई वंदे भारत, 100 अमृत भारत एवं 50 नमो रैपिड रेल चलेंगी। रेल के बुनियादी ढांचे से लेकर यात्रियों की सुविधा एवं संरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने राजस्थान के बारे में बताया कि 2025-26 के बजट में 9960 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं। राजस्थान में स्थित 85 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 11 वर्षों में राजस्थान में रेलवे ट्रैक पर 1510 फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण किया गया है व वर्ष 2014 से अब तक 3,784 किलोमीटर ट्रेक का निर्माण किया गया है। जो डेनमार्क के कुल रेल नेटवर्क से अधिक है। 5,143 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण किया गया है और अब राजस्थान में लगभग शत प्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है। हालांकि मंडल स्तर पर क्या कुछ होगा, इसकी जानकारी अभी तक साझा नहीं की गई।

चल रहे कामों की जानकारी दी

प्रेस कांफ्रेंस के अंत में मंडल रेल प्रबंधक डॉ. आशीष कुमार ने बीकानेर मंडल पर चल रहे विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीकानेर मंडल पर 100 फीसदी विद्युतीकरण हो चुका है। मंडल में करीब 100 पैसेंजर ट्रेनें विद्युत इंजन से चल रही हैं। शीघ्र ही पूरे मंडल में विद्युत इंजन से गाड़ियां चलेंगी। रेल प्रबंधक ने बताया कि मंडल पर सात वाशिंग लाइन अभी ऑपरेशनल हैं। इसके अलावा हनुमानगढ़ में वाशिंग लाइन बनकर तैयार है। सांखला फाटक के लिए सर्वे शुरू हो गया है और कोटगेट फाटक में जमीन अधिग्रहण को लेकर नोटिफिकेशन के लिए जल्द ही जानकारी भेजी जाएगी।