Lalgarh Palace Bikaner के बारे में अनकही कहानियां, जानकारी और रहस्य
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, लाल गढ़ महल राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित एक खूबसूरत पैलेस है। इस महल का निर्माण 1902 में राजा गंगा सिंह द्वारा किया गया था। यह महल वास्तुशिल्प का एक बेजोड़ नमूना है।
लाल गढ़ महल लाल पत्थरों से निर्मित वास्तुकार सर स्विंटन याकूब के द्वारा डिजाइन किया गया है, जिन्होनें राजपूत, मुगल और यूरोपीय शैलियों के मिश्रण से इमारतों के ढांचों को डिजाइन किया है। शानदार और बलुआ पत्थर में चांदी का काम इस महल का प्रमुख आकर्षण है।
महाराजा गंगा सिंह द्वारा अपने पिता महाराजा लाल सिंह की याद में इस महल का निर्माण किया गया था। इस महल में 2 विशालकाय आंगन स्थित है, जिन्हें चारों ओर से काफी अच्छे से व्यवस्थित किया गया था। इस महल को कई वाजो में बनाया गया था जिनमे सबसे पहले लक्ष्मी निवास का निर्माण वर्ष 1902 ई. में किया गया था और बाकी के शेष 3 वाजो का निर्माण वर्ष 1926 ई. में किया गया था।
इस महल के सबसे पहले अतिथि लॉर्ड कर्ज़न थे, जिसके बाद 1920 में इस महल में जॉर्जेस क्लेमेंसऊ समेत कई मेहमानों की मेजबानी की गई जिनमे क्वीन मैरी, राजा जॉर्ज पंचम, लॉर्ड हार्डिंग और लॉर्ड इरविन शामिल है। इस महल का निर्माण काफी अच्छी सामग्रियों से किया गया था, इस महल को प्रांरभ में 100,000 रुपये की लागत में बनाया जाना था परन्तु समय बढने के साथ इसके निर्माण में 1 मिलियन रूपए की लागत और बढ़ गई।
यह महल 3 मंजिला बनाया गया है जिसके निर्माण में बलुआ पत्थर का भी उपयोग किया गया है। इस महल के ऊपर की बालकनी बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। मोर नृत्य महल के बगीचे की खूबसूरती को बढ़ाते हैं।
महल का कुछ हिस्सा एक हेरिटेज होटल व एक संग्रहालय में बदल दिया गया है जो श्री सार्दुल संग्रहालय के नाम से प्रसिद्ध है। संग्रहालय महल के पहला फ्लोर में बना हुआ है और इनमें सुरक्षित पुराने चित्र व वन्य जीवन की निशानियाँ संग्रहीत है। इस महल की सबसे अद्भुत संरचना इसका भोजन कक्ष है, जिसमें एक ही समय में लगभग 400 से अधिक लोग खाना खाने के लिए बैठ सकते हैं।
बीकानेर शहर इस महल से केवल 3 किमी दूर है। पर्यटक इस महल में 10 से 5 बजे तक पहुँच सकते हैं, इस समय पर परिवहन की सुविधा भी मिल जाती है। इस महल का एक हिस्सा राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वरा होटल में तब्दील कर दिया गया है।
