Bikaner जिले में गणेश जी की सबसे बड़ी 51 फीट की खड़ी प्रतिमा मोमासर के गणेश धोरा में स्थित है
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर मोमासर गांव जिले की सबसे बड़ी खड़े गणेश की मूर्ति बनकर तैयार है। मोमासर के गणेश धोरा धाम, नाथजी महाराज के आश्रम में बनी यह मूर्ति प्रतिमा 51 फीट की है। फाउंडेशन सहित मूर्ति की ऊंचाई 55 फीट से अधिक है। इस मूर्ति के साथ पांच फीट का मूषक भी है। इस मूर्ति का उद्घाटन गणेश चतुर्थी के दिन मंगलवार को सुबह 11:15 बजे होगा। खड़े गणेश की मूर्ति का उद्घाटन आश्रम के महंत योगी बिहारीनाथ की मां तीजां देवी भाकर करेंगी। जो मोमासर गांव की बेटी भी है।
गणेश चतुर्थी के दिन इस मूर्ति के उद्घाटन से पहले सुबह 9 बजे 9 कुंडीय महायज्ञ होगा। इसके बाद मूर्ति का लोकर्पण किया जाएगा। इसके बाद शाम को संतों का प्रवचन होगा। सायं 7 बजे होने वाले इस कार्यक्रम में रतनगढ़ तहसील के बछरारा गांव के आश्रम के महंत 103 साल के साधुनाथ महाराज आएंगे। इसके अलावा रतनगढ़ के ही गुसाईंसर गांव के महंत प्रतीज्ञानाथजी महाराज और नोखा तहसील के बेरासर गांव के महंत देवनाथ महाराज भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। श्रीडूंगरगढ़| श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में गणेश चतुर्थी को लेकर मंदिरों में सजावट शुरू हो चुकी है। कस्बे में मुख्यतया तीन गणेश मंदिर है जिनमें सबसे प्राचीन गणेश मंदिर बिग्गा बास में स्थित है। इस मंदिर में सेवा करने वाले पंडित हेमराज पालीवाल ने बताया कि इस मंदिर की हमारा परिवार चौथी पीढ़ी से सेवा कर रहा है। यह मंदिर लगभग 80 वर्ष पुराना है।
नखत बन्ना धाम में जागरण लगाया
नापासर ग्राम पंचायत बदरासर के गांव मेहरासर में नखत बन्ना धाम में जागरण का आयोजन किया गया। नखत बन्ना युवा संगठन की आरे से आयोजित जागरण में संपत महाराज उपाध्याय एंड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। जागरण में कलाकारों ने खूब तालियां बटोरी। सामाजिक कार्यकर्ता बजरंग लाल मारु ने बताया कि सुबह चार बजे नखत बन्ना की ज्योत की गई।