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Bikaner जिप्सम के रॉयल्टी ठेके का रिजर्व प्राइस 56 करोड़ से बढ़कर 1.11 अरब और बजरी-मिट्टी का 1.36 अरब किया

 
Bikaner जिप्सम के रॉयल्टी ठेके का रिजर्व प्राइस 56 करोड़ से बढ़कर 1.11 अरब और बजरी-मिट्टी का 1.36 अरब किया

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर जिले में जिप्सम के रॉयल्टी ठेके की रिजर्व प्राइज 56 करोड़ से बढ़ाकर 1.11 अरब रुपए कर दी गई है। बजरी-क्ले की नियमानुसार 10 प्रतिशत बढ़ाकर 1.36 करोड़ की गई है। इस बार दोनों रॉयल्टी ठेके उठने मुश्किल हैं। बीकानेर जिले में एक अप्रैल से जिप्सम और बजरी-क्ले के नए राॅयल्टी ठेके होने हैं। पुराने ठेकों की समय-सीमा 31 मार्च को खत्म हो जाएगी। इस बार जिप्सम के रॉयल्टी ठेके की रिजर्व प्राइज दोगुनी कर दी गई है। पिछला जिप्सम रॉयल्टी ठेका 56 करोड़ रुपए का था जो अब 1.11 अरब को हो गया है। इसकी बोली 5 मार्च को लगनी है। बजरी-क्ले का रॉयल्टी ठेका 1.24 अरब से 10 प्रतिशत बढ़ाकर 1.36 अरब रुपए किया गया है। इसकी बोली 12 मार्च को लगेगी। दोनों ठेकों की रिजर्व प्राइज इतनी ज्यादा है कि उठना मुश्किल माना जा रहा है।

पिछली बार भी जिप्सम का ठेका एक साल देरी से एक अप्रैल, 22 को हुआ था। खान महकमे को 10 से ज्यादा बार निविदा जारी करनी पड़ी और हर बार रिजर्व प्राइस 10 प्रतिशत कम की गई थी। साल भर ठेका नहीं होने से जिप्सम का जमकर अवैध खनन और निर्गमन हुआ। माफिया गिरोहों ने जमकर चांदी कूटी और सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। इस बार भी ऐसी ही आशंका जताई जा रही है।

ठेका नहीं होने की सूरत में विभाग को 10 प्रतिशत राशि कम कर दुबारा निविदा जारी करनी होगी। ठेके में रुचि लेने वाले व्यवसायी भी इसी इंतजार में रहेंगे कि रिजर्व प्राइज में ज्यादा से ज्यादा कटौती होने पर बोली लगाई जाए। जिप्सम की खानों के अलावा परमिट की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इससे प्रोडक्शन हर साल बढ़ रहा है। इसे देखते हुए रिजर्व प्राइज बढ़ा दी गई है। उम्मीद है कि दोनों रॉयल्टी ठेके हो जाएं। नहीं होने की स्थिति में 10 प्रतिशत राशि कम कर दुबारा निविदा जारी की जाएगी।