Bikaner में बालिकाओं के लिए प्रदेश का पहला खेल स्कूल, 8.50 करोड़ रुपए होंगे खर्च

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर राज्य में छात्राओं के लिए अलग से खेल स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। उनके लिए 300 बेड का अलग हॉस्टल भी होगा। इस संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिए गए हैं।राज्य में सरकारी क्षेत्र का पहला खेल स्कूल बीकानेर में सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के नाम से है। इसी स्कूल में छात्राओं के लिए अलग यूनिट खोलने की तैयारी की जा रही है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजे हैं।संभवतया बजट में इसकी घोषणा हो सकती है। वर्तमान में लड़कियों के लिए अलग से सीनियर सेकंडरी स्तर का कोई सरकारी खेल स्कूल नहीं है। उन्हें विभिन्न तरह के खेलकूल के लिए पैसा खर्च कर प्राइवेट एकेडमियों में ट्रैनिंग लेनी पड़ती है। हालांकि सेकंडरी और सीनियर सेकंडरी स्कूलों में लड़कियों के लिए खेलकूद होते हैं, लेकिन वहां संसाधन सीमित होते हैं। उन्हें पहले जिला स्तर पर भाग लेना पड़ता है, जबकि स्पोर्ट्स स्कूल सीधे स्टेट चैंपियनशिप कराता है, जहां से सलेक्ट होकर खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल खेलते हैं।
शिक्षा विभाग ने लड़कियों के लिए अलग से खेल यूनिट बनाने के लिए बजट का आकलन कर सरकार को भेजा है। छात्राओं के लिए 300 बेड का दो मंजिला हॉस्टल निर्माण की जरूरत होगी, जिस पर 8.50 करोड़ लागत आएगी। इसी प्रकार 12 अतिरिक्त कक्षा कक्ष निर्माण पर 1.56 करोड़ की लागत आएगी। इसके अलावा मैस भत्ता, स्पोर्ट्स किट, खेल उपकरण, स्टेट और नेशनल चैंपियन आदि का पर हर साल करीब डेढ़ करोड़ का खर्चा आएगा। विभाग ने सुझाव दिया है कि जब तक अतिरिक्त कक्षा कक्ष नहीं बनते स्कूल का संचालन दो पारी में किया जा सकेगा। हालांकि शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने प्रस्ताव जब तक मंजूर नहीं हो जाता, इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।
छात्रों के लिए भी बनेगा नया हॉस्टल
सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में वर्तमान में 244 आवासीय और 106 गैर आवासीय छात्रों की क्षमता है। आवासीय अभी हॉस्टल बीका हाउस, प्रताप हाउस, अमर हाउस, करणी नॉर्थ और साउथ और ध्यान चंद हाउस में रहते हैं। शिक्षा निदेशालय ने इन छात्रों के लिए अब मल्टीस्टोरी आधुनिक हॉस्टल निर्माण के प्रस्ताव सरकार को भेजे हैं। नया हॉस्टल 300 छात्रों की क्षमता का होगा, जिस पर 8.50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।
स्कूल में 12 तरह के खेल
बास्केट बॉल, क्रिकेट, एथलेटिक्स, कुश्ती, टे टे, हॉकी, हैंडबॉल, फुटबॉल, खो-खो, जिम्नास्टिक, बॉलीवाल, कबड्डी खेल हैं। नए खेलों में तीरंदाजी और पिस्टल शूटिंग शुरू करने के प्रस्ताव सरकार को भेजे गए हैं।
राज्य के एक मात्र सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में बनेगी छात्राओं के लिए अलग यूनिट, सरकार को भेजे प्रस्ताव
स्पोर्ट्स स्कूल में खिलाड़ियों का मैस भत्ता बढ़ाकर 250 रुपए किया जा सकता है। खिलाड़ियों का मैस भत्ता 2008 में 30 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए प्रति छात्र किया गया था। उसके बाद 2018 में गवर्निंग कौंसिल की बैठक में मैस भत्ता बढ़ाकर 250 रुपए प्रति छात्र करने के प्रस्ताव भेजे थे, जो अब तक मंजूर नहीं किए गए हैं। शिक्षा निदेशालय ने अब दुबारा मैस भत्ता और मैस के लिए 12 अतिरिक्त कर्मचारी कांटेक्ट बेस पर रखने के प्रस्ताव सरकार को भेजे हैं।