Bikaner नाल और सालासर क्षेत्र में मिले तेल और गैस के भंडार, शुरू करेंगे वेल ड्रिलिंग
केन्द्र सरकार ने ड्रिलिंग कर तेल और गैस की क्वालिटी, भूगर्भ में भंडार और नमूने लेने के लिए ओएनजीसी को 60 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट सौंपा है। ओएनजीसी की ड्रिलिंग मशीनें और अन्य सामान बीकानेर के पास नाल क्षेत्र में पहुंच चुका है। यह क्षेत्र तेल और प्राकृतिक गैस के बीकानेर-नागौर बेसिन का हिस्सा है। साल 2020 से अब तक बीकानेर जिले के लूणकरनसर, खाजूवाला, कोलायत आदि क्षेत्र में भूगर्भ सर्वे कर तेल और गैस का पता लगाया गया। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ड्रिलिंग कार्य की शुरुआत करने मंगलवार को आ रहे हैं। पहले नाल में ड्रिलिंग कार्य शुरू किया जाएगा। इसके बाद में सालासर में भी ड्रिलिंग होगी। सर्वे में दोनों क्षेत्रों को तेल व गैस निकालने के लिए फिजिबल माना गया है। बीकानेर में 25 मिलियन हैवी क्रूड आयल होने का अनुमान है।
यों आगे बढ़ा काम
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 13 जुलाई 2020 को तीन साल के लिए सर्वे का काम एक कंपनी को सौंपा था। कोविड के चलते कार्य अवधि को 20 फरवरी 2024 तक बढ़ाया गया। इस ब्लॉक में बीकानेर-नागौर बेसिन का 2118 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र रखा। भूकम्प सर्वे 2 डी में 291 किलोमीटर और 3 डी में 208 वर्ग किलोमीटर को लिया गया। सर्वे के आधार पर अब तीन स्थान कुआं खोदने (वेल ड्रिल) के लिए तय कर ओएनजीसी को सौंपे गए हैं।
1. नेशलन हाइवे 11 बीकानेर-जैसलमेर से करीब तीन किलोमीटर दूर कोलायत तहसील के सालासर गांव की रोही में 1522 मीटर गहराई तक ड्रिल कर क्रूड ऑयल और प्राकृतिक गैस के नमूने लेंगे।
2. नेशनल हाइवे 11 बीकानेर-जैसलमेर से 640 मीटर दूर नाल बड़ी गांव के क्षेत्र में 1527 मीटर गहराई तक ड्रिल की जाएगी।
3. नेशनल हाइवे 11 बीकानेर-जैसलमेर से 1.2 किलोमीटर दूर नाल बड़ी की रोही में एक और जगह 1509 मीटर गहराई तक ड्रिल की जाएगी।
