बीकानेर में समर्थन मूल्य पर गड़बड़ी से MLA भड़के, CEO को फटकारा
समर्थन मूल्य पर मूंगफली की खरीद प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आने के बाद स्थानीय विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों को खुली फटकार लगाई। विधायक ने मंडी परिसर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) को चेतावनी दी और ठेकेदार फर्म पर कार्रवाई नहीं किए जाने को गंभीर लापरवाही करार दिया।
MLA ने आरोप लगाया कि ठेकेदार फर्म वसूली कर तुलाई कर रही है, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य नहीं मिल रहा। किसानों की लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को अनदेखा किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि यदि यह गड़बड़ी तुरंत रोकी नहीं गई, तो वे प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे।
विधायक की नाराजगी का मुख्य कारण यह था कि मंडी में मूंगफली खरीद की प्रक्रिया पारदर्शिता के अभाव में चल रही थी। किसानों का आरोप है कि खरीद के दौरान उनके उत्पाद की तौल सही नहीं की जा रही और वसूली के लिए दबाव डाला जा रहा है। इस कारण किसान अपने उत्पाद का उचित मूल्य पाने में असमर्थ हो रहे हैं।
CEO ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर ठेकेदार फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों को होने वाले किसी भी आर्थिक नुकसान की भरपाई सुनिश्चित की जाएगी।
मंडी में स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया। अधिकारियों ने कहा कि वे खरीद प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने के लिए विशेष टीम गठित की जाएगी।
किसानों का कहना है कि समर्थन मूल्य पर खरीदी सरकार द्वारा उन्हें दिया गया कानूनी अधिकार है। यदि इसमें गड़बड़ी की जाती है, तो यह सीधे किसानों की आमदनी और आजीविका को प्रभावित करता है। उन्होंने अधिकारियों से मांग की है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान किया जाए और ठेकेदारों को नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़े।
बीकानेर जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी में यह पहला मामला नहीं है। पिछले वर्षों में भी किसानों ने आरोप लगाए हैं कि ठेकेदार और प्रशासनिक लापरवाही के कारण उन्हें नुकसान हुआ। अब MLA के हस्तक्षेप के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रियता बढ़ सकती है।
विधायक ने कहा कि वे किसानों के हक के लिए किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि मंडी में पारदर्शिता और उचित मूल्य सुनिश्चित किए बिना खरीदी की प्रक्रिया पूरी नहीं मानी जाएगी।
इस घटना के बाद मंडी परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। किसानों और अधिकारियों के बीच बातचीत के दौरान MLA ने यह साफ कर दिया कि वे गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
