Bikaner छतरगढ़ पंचायत समिति बने, तो मिलेगा योजनाओं को लाभ
Feb 3, 2025, 13:20 IST
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर ग्राम पंचायत छतरगढ़ आज तक मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है। ग्राम पंचायत की आबादी करीब 1500 घरों की है। यहां करीब 12 हजार से ज्यादा लोग निवास करते हैं। छतरगढ़ पूर्व में सतासर पंचायत के अन्तर्गत था, लेकिन वर्ष 1995 में छतरगढ़ को अलग करते हुए पंचायत का दर्जा दिया गया, लेकिन यहां शासन व प्रशासन का ध्यान उतना नहीं गया, जितनी यहां के लोगों को जरूरत थी। छतरगढ़ में उपखंड व राजस्व कार्यालय, सिचांई विभाग कार्यालय, महाविद्यालय, सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल, सहकारी समिति, वाटरवर्क्स व पंचायत भवन है। यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित कुछ अन्य विभागीय कार्यालय स्थापित किए गए, लेकिन सरकारी की विभिन्न योजनाओं के फायदा लेने के लिए 40 किलोमीटर दूर पूगल तो कुछ लोगों को साठ किलोमीटर दूरी तय करते हुए खाजूवाला पंचायत समिति के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। लोगों को कहना है जब छतरगढ़ तहसील पंचायत समिति के सभी मानदंड पूरे कर रही हैं। इस बजट में छतरगढ़ को पंचायत समिति का दर्जा मिलने की उमीद है।
निकासी व्यवस्था ठप
कस्बे की सभी गलियां कच्ची उबड़ खाबड़ हैं। आज तक पक्की सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है। गंदे पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात में इन गलियों से बरसाती पानी कई दिनों तक एकत्रित रहता है। जोहड़ भी कच्चा होने के कारण कुछ दिनों बाद पानी सूख जाता है।
नहीं हो रही सुनवाई
ग्राम पंचायत के विभिन्न ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रशासन को कई बार अवगत करवाया लेकिन सुनवाई नहीं होती है। इसको लेकर रोष बढ़ता जा रहा है। गांव में चुनाव के समय में ही नेता आते हैं और विकास के वादे करते हैं लेकिन चुनाव खत्म होते ही गांव को भूल जाते हैं।
